बिस्किट और चॉकलेट पाकर ऐसी खुश हुई बच्ची, मानों दुनिया की सबसे बड़ी चीज मिल गई हो

यह तस्वीर दुमका की 4 साल की बच्ची की है। वो अपनी विधवा नानी और मां के साथ रहती है। पिता की मौत हो चुकी है, जबकि मां का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। ऐसे में सबको सिर्फ चावल खाकर जीवन गुजारना पड़ रहा था।

Asianet News Hindi | Published : Feb 27, 2020 5:58 AM IST

रांची, झारखंड. 70 साल की नानी अपनी नातिन के लिए पत्ता गोभी उबाल देती थी। फिर 4 साल की यह मासूम उसमें चावल मिलाकर चुपचाप खा लेती थी। उसने कभी किसी चीज की जिद नहीं की। कह सकते हैं कि उसे दूसरी चीजों के स्वाद के बारे में कुछ पता ही नहीं था। ऐसे में भला बच्ची क्या जिद करती? हालांकि जब इसकी तस्वीर सोशल मीडिया पर वायरल हुई, तो मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन नाराज हुए। उन्होंने ट्वीट करके शर्मिंदगी जताई। मुख्यमंत्री की फटकार के बाद दुमका का जिला प्रशासन सक्रिय हुआ। बुधवार को कुछ अफसर बच्ची के घर पहुंचे। उसके परिजनों को राशन कार्ड उपलब्ध कराया। अफसर बच्ची के लिए बिस्किट और चॉकलेट लेकर पहुंचे थे। इन चीजों को देखकर बच्ची के चेहरे पर अजीब सी चमक दिखाई दी। मानों उसे दुनिया की सबसे बड़ी चीज मिल गई हो।

घर में कोई कमाने वाला नहीं..
दुमका जिले के जरमुंडी प्रखंड के भोड़ावाद पंचायत के समलापुर गांव में रहता है इस 4 साल की बच्ची का परिवार। हालांकि परिवार में इसके अलावा दो और लोग हैं। 70 साल की नानी चुड़की मुर्मू और मां रुक्मणी सोरेन। मां का मानसिक संतुलन ठीक नहीं है। नानी बगैर लाठी के सहारे नहीं चल पाती। नाना तो बहुत पहले ही इस दुनिया से चल बसे। नानी कभी-कभार ब्लॉक जाकर अफसरों के आगे हाथ फैलाती है, जिससे कुछ खाने के लिए नसीब हो जाता है।  बाकी पड़ोसी मदद कर देते हैं। ऐसे में बच्ची को दाल-सब्जी खाने को कहां से मिलती।

बुजुर्ग खुश है कि भगवान ने उनकी सुनी..
चुड़की बताती हैं कि 31 अक्टूबर, 2018 को उन्होंने राशन कार्ड के लिए आवेदन किया था। लेकिन जब उनकी सुनवाई नहीं हुई, तब उन्होंने किसी की मदद से मुख्यमंत्री जनसंवाद में 14 नवंबर, 2019 को शिकायत दर्ज कराई। फिर भी कुछ नहीं हुआ। राशन कार्ड न होने से वे अपनी बेटी का आयुष्मान भारत योजना के तहत इलाज नहीं करा पा रही थीं। उन्हें खुशी हैं कि अब उनका राशन कार्ड बन गया है। वे अब बेटी का इलाज करा पाएंगी।

इस तस्वीर ने मुख्यमंत्री को हिलाकर रख दिया था
पत्ता गोभी को पानी में उबालने के बाद उसके टुकड़े-टुकड़े करके चावल के साथ खाती इस बच्ची की तस्वीर ने सरकार को हिलाकर रख दिया था। यह तस्वीर जैसे ही सोशल मीडिया पर वायरल हुई..मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने प्रशासन पर खासी नाराजगी जताते हुए बच्ची के परिजनों को हरसंभव मदद दिलाने के आदेश दिए थे।  इस बच्ची की तस्वीर देखकर मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन ने लिखा-यह हमारे और दुमका जिला प्रशासन के लिए शर्म की बात है। इसके साथ ही उन्होंने कलेक्टर से नाराजगी जताते हुए तत्काल बच्ची को राहत पहुंचाने का निर्देश दिया था। 

Share this article
click me!