Astrology: दशकों में एक बार आता है ऐसा महीना, जानें अप्रैल 2022 में ऐसा क्या हुआ था?

ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, हर ग्रह एक निश्चित समय पर राशि बदलता है। कुछ ग्रह कुछ दिनों में, कुछ ग्रह महीनों में तो कुछ सालों में एक बार राशि बदलते हैं। इस तरह हर महीने में अधिकतम 4 से 5 ग्रह राशि बदलते हैं।
 

उज्जैन. ग्रहों का राशि बदलने एक सामान्य घटना है। ज्योतिष शास्त्र में कुल 9 ग्रह बताए गए हैं। कोई ग्रह ढाई दिन में राशि बदलता है तो कोई ढाई साल में। इस तरह महीने में अधिक से अधिक 4 या 5 ग्रह ही राशि बदलते हैं। लेकिन साल 2022 में एक महीना ऐसा भी आया जब पूरे के पूरे 9 ग्रहों का राशि परिवर्तन हुआ। ज्योतिषि दृष्टिकोण से ये बहुत ही दुर्लभ घटना थी क्योंकि दशकों में ऐसा संयोग बनता है जब किसी महीने में पूरे 9 ग्रह ही राशि बदलते हैं। आगे जानिए इस महीने में कब, क्या हुआ था…

चंद्रमा: ये ग्रह सबसे तेज गति से राशि बदलता है यानी लगभग ढाई दिन में। अप्रैल 2022 की शुरूआत में चंद्रमा मीन राशि में था और अंत में मेष राशि में। इस तरह अप्रैल में चंद्रमा ने 12 बार राशि परिवर्तन किया था। 

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बुध: चंद्रमा के बाद अगर कोई ग्रह सबसे तेज राशि बदलता है तो वे है बुध। अप्रैल 2022 में बुध ने दो बार राशि बदली थी। महीने की शुरूआत में ये ग्रह मीन राशि में था, बाद में इनसे मेष और वृष राशि में गोचर किया था।

शुक्र: ये ग्रह भी हर महीने राशि बदलता है। ये ग्रह लगभग 27 दिन में राशि बदलता है। अप्रैल में शुक्र ग्रह पूरे समय कुंभ राशि में रहा और 27 अप्रैल को राशि परिवर्तन करते हुए मीन में प्रवेश कर गया।

सूर्य: इस ग्रह को सौर मंडल का राजा कहा जाता है। सूर्य के आस-पास ही सभी ग्रह चक्कर लगाते हैं। सूर्य हर 30 दिन में राशि बदलता है। अप्रैल 2022 की शुरूआत में सूर्य मीन राशि में था। 14 अप्रैल को ये ग्रह मेष राशि में आ गया। 

मंगल: ये ग्रह लगभग 45 दिन में एक बार राशि बदलता है। इसे सौर मंडल का सेनापति कहा जाता है। अप्रैल 2022 में मंगल ग्रह मकर राशि में था। 7 अप्रैल को ये ग्रह कुंभ राशि में आ गया।

गुरु: ज्योतिष शास्त्र में इस ग्रह को देवताओं का गुरु कहा जाता है। ये सौर मंडल का सबसे विशाल ग्रह भी है। ये साल में एक बार ही राशि परिवर्तन करता है। साल 2022 की शुरूआत से ही ये ग्रह कुंभ राशि में था। 13 अप्रैल को ये ग्रह कुंभ से निकलकर मीन राशि में आ गया।

राहु-केतु: ये दोनों ग्रह एक साथ ही राशि बदलते हैं और राशि क्रम में हमेशा उल्टी चाल ही चलते हैं। ये दोनों ग्रह 18 महीने में एक बार राशि बदलते हैं। अप्रैल 2022 में इन दोनों ने भी राशि बदली थी। 11 अप्रैल को राहु ने वृष से निकलकर मेष में और केतु ने वृश्चिक से निकलकर तुला में प्रवेश किया था। 

शनि: इसे सौर मंडल सबसे रहस्यमयी ग्रह कहा जाता है। शनि ढाई साल में एक बार राशि बदलता है। साल 2022 की शुरूआत से ही ये ग्रह मकर राशि में स्थित है। 28 अप्रैल को ये ग्रह मकर से निकलकर कुंभ राशि में आ गया। इन दोनों राशियों का स्वामी भी शनि ही है।

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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। 
 

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