Astrology: कुंडली के किन अशुभ योगों के कारण विवाह में होती है देरी, जानिए ज्योतिष के उपाय

कई बार देखने में आता है कि कुछ लोगों का विवाह होने में अड़चने आती हैं। कई बार-बार बनते-बनते बिगड़ भी जाती है। इस वजह से उनका विवाह देरी होता है। विवाह में देरी के कई कारण हो सकते हैं, लेकिन सबसे प्रमुख कारण कुंडली में बनने वाले अशुभ योग होते हैं।

Asianet News Hindi | Published : Sep 11, 2021 8:37 AM IST / Updated: Sep 11 2021, 05:36 PM IST

उज्जैन. कुंडली के अशुभ योगों के कारण सुयोग्य लड़के या लड़की की शादी में अकारण ही बाधाएं आती हैं और बहुत कोशिशों के बाद भी विवाह जल्दी नहीं हो पाता है। आज हम आपको कुछ ऐसे ही योगों के बारे में बता रहे हैं, जिनके कारण विवाह में देरी होती है…

1. सूर्य, मंगल या बुध लग्न या लग्न के स्वामी पर दृष्टि डालते हों और गुरु बारहवें भाव में बैठा हो तो व्यक्ति में आध्यात्मिकता अधिक होने से विवाह में देरी होती है।
2. लग्न (प्रथम) भाव में, सप्तम भाव में और बारहवें भाव में गुरु या शुभ ग्रह योग कारक न हो और चंद्रमा कमजोर हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं।
3. राहु की दशा में शादी हो या राहु सप्तम भाव को पीड़ित कर रहा हो तो शादी होकर टूट सकती है।
4. सप्तम भाव में शनि और गुरु हो तो शादी देर होती है।
5. चंद्र की राशि कर्क से गुरु सप्तम हो तो विवाह में बाधाएं आती हैं।
6. सप्तम में त्रिक भाव का स्वामी हो, कोई शुभ ग्रह योगकारक नही हो तो विवाह में देरी होती है।
7. कुंडली के सप्तम भाव में बुध और शुक्र दोनों हो तो विवाह की बातें होती रहती हैं, लेकिन विवाह काफी समय के बाद होता है।
8. चौथा भाव या लग्न भाव में मंगल हो और सप्तम भाव में शनि हो तो व्यक्ति की रुचि शादी में नहीं होती है।

शीघ्र विवाह के लिए करें ये उपाय
1.
यदि कन्या की शादी में कोई रूकावट आ रही हो तो पूजा वाले 5 नारियल लें। भगवान शिव की मूर्ति या फोटो के आगे रखकर ऊं श्रीं वर प्रदाय श्री नमः मंत्र का पांच माला जाप करें फिर पांचों नारियल शिवजी को चढा दें। 
2. पूर्णिमा तिथि पर वट वृक्ष की 108 परिक्रमा करने से भी विवाह बाधा दूर होती है|
3. गुरूवार को वट वृक्ष, पीपल, केले के वृक्ष पर जल अर्पित करने से विवाह बाधा दूर होती है|
4. जिन व्यक्तियों को शीघ्र विवाह की कामना हों उन्हें गुरुवार को गाय को दो आटे के पेडे पर थोड़ा हल्दी लगाकर खिलाना चाहिए. तथा इसके साथ ही थोड़ा सा गुड व चने की पीली दाल का भोग गाय को लगाना शुभ होता है|
5. शिव-पार्वती का पूजन करने स भी विवाह की मनोकामना पूर्ण हो जाती हैं। इसके लिए प्रतिदिन शिवलिंग पर कच्चा दूध, बिल्व पत्र, अक्षत, कुमकुम आदि चढ़ाकर विधिवत पूजन करें।

कुंडली के योगों के बारे में ये भी पढ़ें

जिसकी Kundali में होता है ये अशुभ योग, उसे अपने जीवन में करना पड़ता है अपमान और आर्थिक तंगी का सामना

Astrology: जिस व्यक्ति की कुंडली में होता है ये अशुभ योग, उसे अपनी लाइफ में कई धोखे मिलते हैं

कुंडली में हो Shubh Kartari Yoga तो मिलते हैं कई फायदे, जानिए कैसे बनता है ये योग?

Astrology: बुधादित्य सहित कई शुभ योग बनाता है बुध ग्रह, जानिए कुंडली के किस भाव में क्या फल देता है

Astrology: कुंडली में कमजोर हो केतु तो देता है गंभीर रोग, इन उपायों से दूर हो सकता है इसका अशुभ प्रभाव

Share this article
click me!