ज्योतिष शास्त्र में कई तरह के शुभ योग बताए गए हैं। कुछ शुभ योग तो महीने में कई बार बनते हैं। इन सभी शुभ योगों का हमारे जीवन पर प्रत्यक्ष-अप्रत्यक्ष असर जरूर पड़ता है। सर्वार्थसिद्धि, अमृतसिद्धि, रवि योग, द्विपुष्कर योग और त्रिपुष्कर आदि योग शुभ फल प्रदान करने वाले हैं।
उज्जैन. जनवरी 2022 में ये सभी शुभ योग बन रहे हैं। इन शुभ योगों में शुभ कार्य भी किए जा सकते हैं। जनवरी 2022 में 9 बार सर्वार्थसिद्धि और 8 बार रवि योग बन रहा है। इसके अलावा द्विपुष्कर और त्रिपुष्कर योग भी इस महीने में कई बार आएंगे। आगे जानिए जनवरी 2022 में किस तारीख को कौन-सा शुभ योग बनेगा…
कब बनता है सर्वार्थसिद्धि योग?
रविवार को हस्त, मूल, तीनों उत्तरा- उत्तरा फाल्गुनी, उत्तराषाढ़ा, उत्तराभाद्रपद, पुष्य और अश्विनी ये 7 नक्षत्र हों तो ये शुभ योग बनता है। सोमवार को श्रवण, रोहिणी, मृगशिरा, पुष्य और अनुराधा ये 5 नक्षत्र हों तो ये शुभ योग बनता है। मंगलवार को अश्विनी, उत्तराभाद्रपद, कृतिका और आश्लेषा ये 4 नक्षत्र हों तो ये शुभ योग बनता है। इनके अलावा और ग्रह-नक्षत्र स्थितियों में भी ये शुभ योग बनता है।
साल 2022 में सर्वार्थसिद्धि योग
2 जनवरी, रविवार की सुबह 07:14 से शाम 04:23 तक
11 जनवरी, मंगलवार की सुबह 07:15 से 11:10 तक
12 जनवरी, बुधवार की दोपहर 02:00 13 जनवरी सुबह 07:15 तक
18 जनवरी, मंगलवार सुबह 04:37 से 07:15 तक
19 जनवरी, बुधवार की सुबह 06:43 से 07:14 तक
23 जनवरी, रविवार सुबह 07:13 से 24 जनवरी सुबह 07:13 तक
27 जनवरी, गुरुवार को सुबह 08:51 से 28 जनवरी सुबह 07:10 तक
30 जनवरी, रविवार रात 12:23 से 31 जनवरी सुबह 07:10 तक
31 जनवरी, सोमवार रात 09:57 से 1 फरवरी सुबह 07:09 तक
कब बनता है रवि योग?
ज्योतिषीय परिभाषा के अनुसार सूर्य जिस नक्षत्र पर हो, उस नक्षत्र से वर्तमान चंद्र नक्षत्र चौथा, छठा, नवां, दसवां, तेरहवां और बीसवां हो तो रवियोग बनता है। उदाहरण के लिए यदि सूर्य अश्विनी नक्षत्र पर है तो चौथा रोहिणी, छठा आर्द्रा, नवां आश्लेषा, 10वां मघा, 13वां हस्त और 20वां पूर्वाषाढ़ा नक्षत्र पर चंद्रमा हो तो उस दिन रवियोग होता है।
जनवरी 2022 में रवि योग
5 जनवरी, बुधवार सुबह 08:46 से 6 जनवरी सुबह 07:11 तक
7 जनवरी, शुक्रवार सुबह 06:21 से 8 जनवरी सुबह 06:20 तक
10 जनवरी, सोमवार सुबह 08:50 से 11 जनवरी सुबह 08:11 तक
12 जनवरी, बुधवार सुबह 07:15 से 13 जनवरी सुबह 07:15 तक
13 जनवरी, गुरुवार सुबह 07:15 से शाम 05:07 तक
15 जनवरी, शनिवार रात 11:21 से 16 जनवरी सुबह 07:15 तक
23 जनवरी, रविवार की सुबह 11:09 से 24 जनवरी सुबह 10:33 तक
25 जनवरी, मंगलवार सुबह 07:13 से 10:55 तक
कब बनता है अमृतसिद्धि योग?
ये योग अपने नामानुसार बहुत ही शुभ योग है। इस योग में सभी प्रकार के शुभ कार्य किए जा सकते हैं। यह योग वार और नक्षत्र के तालमेल से बनता है। इस योग के बीच अगर तिथियों का अशुभ मेल हो जाता है तो अमृत योग नष्ट होकर विष योग में परिवर्तित हो जाता है।
जनवरी 202 में अमृतसिद्धि योग
11 जनवरी, मंगलवार सुबह 07:15 से 11:10 तक
23 जनवरी, रविवार सुबह 11:09 से 24 जनवरी सुबह 07:13 तक
कब बनता है द्विपुष्कर योग
ज्योतिष गणनाओं के मुताबिक, वार, तिथि और नक्षत्र तीनों के संयोग से बनने वाले योग को द्विपुष्कर योग कहते हैं। माना जाता है कि इस दौरान किए गए कार्यों में सफलता प्राप्त होती है। द्विपुष्कर योग में आर्थिक लाभ होने की अधिक संभावना होती है।
जनवरी 2022 में द्विपुष्कर योग
25 जनवरी, मंगलवार सुबह 07:13 से 07:48 तक
कब बनता है त्रिपुष्कर योग?
त्रिपुष्कर योग का भी शुभाशुभ से कोई सीधा संबंध न होकर उस दिन के आनंदादि योग के फल को त्रिगुणित अर्थात 3 गुना करने से है। त्रिपुष्कर योग वाले दिन यदि कोई शुभ कार्य किया जाए तो उसके फल में 3 गुना वृद्धि होती है।
जनवरी 2022 में त्रिपुष्कर योग
4 जनवरी, मंगलवार सुबह 07:15 से 10:57 तक
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