Astrology: 14 अप्रैल तक रहेगा सूर्य-शनि का अशुभ योग, राजनीति में हो सकती है बड़ी घटना, देश में रहेगा तनाव

14 जनवरी की रात सूर्य राशि बदलकर धनु से मकर में प्रवेश करेगा। इसके अगले दिन मकर संक्रांति का पर्व मनाया जाएगा। सूर्य के राशि बदलने से बुधादित्य नाम का शुभ योग समाप्त हो जाएगा और मकर राशि में सूर्य-शनि की युति बन जाएगी।
 

उज्जैन. जब भी कोई ग्रह राशि बदलता है तो इसका असर सभी 12 राशि के लोगों पर दिखाई देता है। साथ ही ऐसा होने से कई शुभ-अशुभ योग भी बनते हैं। कई बार एक ही राशि में कई ग्रहों की युति बन जाती है। ऐसा ही इस बार 14 जनवरी को होगा। उज्जैन के ज्योतिषाचार्य पं. प्रवीण द्विवेदी के अनुसार, 14 जनवरी की रात सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेगा। ऐसा होने से एक शुभ योग समाप्त होगा और एक अशुभ योग शुरू होगा। आगे जानिए इन योगों के बारे में…

खत्म होगा बुधादित्य नाम का राजयोग
इस समय धनु राशि में सूर्य और बुध स्थित है। सूर्य और बुध के एक साथ होने से बुधादित्य नाम का राजयोग बन रहा है। 14 जनवरी को जैसे ही सूर्य धनु से निकलकर मकर राशि में प्रवेश करेगा, बुधादित्य नाम का राजयोग समाप्त हो जाएगा। इस राजयोग के समाप्त होने से कई राशि के लोगों पर इसका बुरा असर देखने को मिलेगा। देश-दुनिया पर भी इसका प्रभाव देखा जाएगा।

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बनेगी शनि-सूर्य की युति
इस समय मकर राशि में शनि स्थित है। 14 जनवरी को सूर्य भी इस राशि में प्रवेश कर जाएगा, जिससे सूर्य-शनि की युति बन जाएगी। ज्योतिष शास्त्र के अनुसार, सूर्य और शनि एक-दूसरे के शत्रु हैं। जब भी ये दोनों ग्रह साथ में होते हैं तो कई तरह की प्राकृतिक आपादएं आने के योग बनते हैं। हालांकि सूर्य-शनि की ये युति सिर्फ 3 दिन तक ही रहेगी क्योंकि 17 जनवरी को शनि राशि परिवर्तन कर कुंभ में प्रवेश कर जाएगा।

14 अप्रैल तक रहेगा शनि-सूर्य का ये अशुभ योग
17 जनवरी को जैसे ही शनि कुंभ राशि में प्रवेश करेगा, सूर्य-शनि का द्विर्द्वादश योग बन जाएगा। ये योग बहुत ही अशुभ माना गया है। 13 फरवरी से फिर सूर्य-शनि एक साथ कुंभ राशि में रहेंगे। इसके बाद 15 मार्च को सूर्य मीन राशि में चला जाएगा, जिससे 14 अप्रैल तक फिर से सूर्य-शनि का अशुभ द्विर्द्वादश योग रहेगा। यानी 14 अप्रैल तक लगातार सूर्य-शनि के संयोग से प्राकृतिक आपदाएं आने का खतरा बना रहेगा। 

ऐसा होगा असर
शनि-सूर्य की युति और द्विर्द्वादश योग का अशुभ प्रभाव सभी लोगों के साथ-साथ देश-दुनिया पर भी देखने को मिलेगा। इस अशुभ योग से देश में तनाव, अशांति और डर का माहौल रहेगा। राजनीतिक नजरिये से भी ये समय समय अनुकूल नहीं रहेगा। बड़े बदलाव और विवाद होने की आशंका है। सीमा पर कोई बड़ी घटना इस दौरान हो सकती है। लोगों को भी इस समय धैर्य रखना होगा, नहीं तो बेवजह विवाद की स्थिति बन सकती है।

 

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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। 

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