2023 में रहेंगे 2 श्रावण मास, शरद पूर्णिमा पर होगा चंद्र ग्रहण, जानें और क्या-क्या खास रहेगा आने वाले साल में?

साल 2023 कुछ ही दिनों में शुरू होने वाला है। ये साल धार्मिक और ज्योतिषिय दृष्टिकोण से बहुत ही खास रहने वाला है। इस साल कुछ त्योहारों को लेकर मतभेद की स्थिति बनेगी। इस साल 2 सूर्य और 2 चंद्र ग्रहण होंगे, लेकिन भारत में सिर्फ एक दिखाई देगा।
 

Manish Meharele | Published : Dec 13, 2022 9:43 AM IST

उज्जैन. कुछ ही दिनों बाद अंग्रेजी नववर्ष 2023 शुरू होने वाला है। ये साल धार्मिक और ज्योतिष के नजरिए से बहुत ही खास रहेगा। इस साल श्रावण का अधिक मास रहेगा, यानी श्रावण मास 30 दिन का न होकर 60 दिन का रहेगा। इसके अलावा इस साल गणेश चतुर्थी, हरतालिका तीज आदि त्योहारों को लेकर मतभेद की स्थिति बनती नजर आ रही है। शरद पूर्णिमा जैसे महत्वपूर्ण पर्व पर चंद्र ग्रहण का संयोग भी इस साल बनेगा। इस साल और क्या-क्या खास रहेगा, आगे जानिए…

साल के आरंभ में शनि बदलेगा राशि
ज्योतिष शास्त्र में शनि को सबसे महत्वपूर्ण ग्रह माना गया है। ये ग्रह ढाई साल में एक बार राशि बदलता है। साल 2023 के पहले ही महीने यानी जनवरी में 17 तारीख को ये ग्रह राशि बदलकर मकर से कुंभ में आ जाएगा। शनि के राशि बदलते ही कई राशियों पर से ढय्या और साढ़ेसाती का प्रारंभ खत्म होकर अन्य राशियों पर शुरू हो जाएगा। 

किस दिन से शुरू होगा हिंदू नववर्ष?
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2023 में हिंदू नववर्ष 22 मार्च से शुरू होगा। इस दिन से विक्रम संवत 2080 शुरू होगा जिसका नाम नल रहेगा। इस साल का राजा बुध और मंत्री शुक्र रहेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, राजा और मंत्री में मित्रता होने से इस साल सत्ता पक्ष वालों को कई फायदे मिल सकते हैं। 22 मार्च से ही शारदीय नवरात्रि का आरंभ भी होगा।

कब से कब तक रहेगा अधिक मास?
हिंदू पंचांग के अनुसार, साल 2023 में श्रावण का अधिक मास रहेगा। श्रावण मास 4 जुलाई से शुरू होगा, जिसका कृष्ण पक्ष 17 जुलाई तक रहेगा। इसके बाद श्रावण का अधिक मास आरंभ हो जाएगा, जो 15 अगस्त, मंगलवार तक रहेगा। इसके बाद 16 से 30 अगस्त तक श्रावण का शु्क्ल पक्ष रहेगा। इस तरह सावन में कुल 8 सोमवार का संयोग बनेगा और 4 एकादशी व्रत इस दौरान किए जाएंगे।

कब से कब तक रहेगा चातुर्मास?
हिंदू धर्म में चातुर्मास का विशेष महत्व बताया गया है। इन 4 महीनों में शुभ कार्यों पर रोक लगी रहती है। इस बार चातुर्मास की शुरूआत 29 जून को देवशयनी एकादशी से होगी, जो 24 नवंबर तक रहेगा। इन 4 महीनों में भगवान विष्णु पाताल लोक में निवास करते हैं, ऐसी मान्यता है। चातुर्मास में अनेक कठिन नियमों का पालन भी किया जाता है।

इन त्योहारों को लेकर रहेगा मतभेद
इस बार हरितालिका तीज, गणेश चतुर्थी और ऋषि पचंमी को लेकर पंचांगों में मतभेद नजर आ रहा है। हालांकि अधिकांश पंचांगों में हरितालिका तीज की तारीख 18 सितंबर, गणेश चतुर्थी 19 सितंबर और ऋषि पंचमी 20 सितंबर बताई गई है। इस बार रक्षाबंधन पर दिन भर भद्रा रहने से रक्षाबंधन का शुभ मुहूर्त रात 08.51 के बाद रहेगा। 

कितने ग्रहण होंगे इस साल?
साल 2023 में 2 सूर्य और 2 चंद्र ग्रह होंगे, लेकिन इनमें से सिर्फ 1 ही भारत में दिखाई देगा। साल का पहला सूर्य ग्रहण सूर्य ग्रहण 20 अप्रैल को होगा। ये ग्रहण भारत में दिखाई नहीं देगा। इसके बाद दूसरा सूर्य ग्रहण 14 अक्टूबर को होगा। ये भी भारत में नहीं दिखेगा। चंद्र ग्रहण की बात करें तो साल 2023 में पहला चंद्रग्रहण 5 मई को होगा, जो भारत में नहीं दिखेगा। साल का अंतिम चंद्र ग्रहण 28 अक्टूबर को होगा, ये ग्रहण भारत में दिखाई देगा, इसलिए यहां इसकी धार्मिक और ज्योतिषीय मान्यताएं मानी जाएंगी। इस दिन शरद पूर्णिमा रहेगी।


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Disclaimer : इस आर्टिकल में जो भी जानकारी दी गई है, वो ज्योतिषियों, पंचांग, धर्म ग्रंथों और मान्यताओं पर आधारित हैं। इन जानकारियों को आप तक पहुंचाने का हम सिर्फ एक माध्यम हैं। यूजर्स से निवेदन है कि वो इन जानकारियों को सिर्फ सूचना ही मानें। आर्टिकल पर भरोसा करके अगर आप कुछ उपाय या अन्य कोई कार्य करना चाहते हैं तो इसके लिए आप स्वतः जिम्मेदार होंगे। हम इसके लिए उत्तरदायी नहीं होंगे। 
 

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