
Perfect Modak Making Tips: राखी के बाद अब लोगों को गणपति बप्पा के महा त्यौहार गणेश चतुर्थी का बेसब्री से इंतजार है। गणेश चतुर्थी भगवान गणेश को प्रिय मोदक के बिना अधूरा लगता है। मोदक बनाने की खुशबू और स्वाद पूरे घर में भक्ति और उत्साह का माहौल भर देते हैं। लेकिन कई बार महिलाएं और घर पर बनाने वाले लोग शिकायत करते हैं कि मोदक सही से बाइंड नहीं हो पाते या फिर टूट जाते हैं, चिपक जाते हैं या आकार बिगड़ जाता है। असल में यह समस्या कुछ छोटी-छोटी गलतियों के कारण होती है, जिन्हें अगर आप सुधार लें तो आपके मोदक एकदम परफेक्ट और टेस्टी बनेंगे। आज के इस लेख में हम आपको बता रहे हैं मोदक बनाने की 5 आम गलतियां और उनसे बचने के उपाय, ताकि इस गणेश उत्सव पर आपके मोदक दिखें भी अट्रैक्टिव, परफेक्ट और स्वाद में लाजवाब।
कई लोग चावल के आटे को ठीक से गूंथते नहीं, जिससे आटा सूखा रह जाता है और मोदक टूटने लगता है।
आटे में धीरे-धीरे गुनगुना पानी, दूध और घी डालें ताकी, चिकना, सॉफ्ट डो बनाएं। गूंथने के बाद इसे ढककर 10–15 मिनट के लिए छोड़ दें।
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नारियल और गुड़ की फीलिंग को ज्यादा देर पकाने से वह सख्त हो जाती है, जिससे मोदक का आकार बिगड़ जाता है।
गुड़ डालते ही गैस धीमी कर दें और बस उतना ही पकाएं कि मिश्रण बाइंड हो जाए, न ज्यादा सूखा न ज्यादा गीला।
मोटी परत होने से मोदक ठीक से बाइंड नहीं होता और खाने में भी भारी और मोटा लगता है।
आटे की लोई को पतला और समान रूप से बेलें ताकि मोदक का स्वाद बैलेंस्ड रहे और स्टीम करते समय टूटे नहीं।
ज्यादा देर स्टीम करने से मोदक सख्त हो जाते हैं, वहीं कम समय देने से कच्चे रह जाते हैं।
मोदक को मध्यम आंच पर लगभग 10–12 मिनट तक स्टीम करें। ढक्कन पर कपड़ा लगाना ना भूलें, ताकि पानी की बूंदे मोदक पर न गिरें, साथ ही भाप भी बाहर न निकले।
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मोदक को पैक करते समय किनारों को अच्छी तरह सील न करने से भरावन बाहर निकल जाती है।
किनारों को हल्का पानी या घी लगाकर जोड़ें और उंगलियों से अच्छे से दबाते हुए घुमाएं। इससे मोदक टाइट और परफेक्ट शेप में बनेगा।