बचे गूंधे आटे से बनाएं स्वादिष्ट बिहारी स्टाइल गुलगुला, ये टिप्स करेंगे इसे और खास

Published : Sep 07, 2025, 09:35 AM IST
gulgula

सार

 Sweets Recipe: गुलगुला एक सॉफ्ट, स्पंजी और मीठा आटे का पकौड़ा है। जिसे आप बचे हुए आटे से बना सकती हैं। इसे बनाने में 20-25 मिनट का वक्त लगता है। ये सभी उम्र के लोगों को पसंद आता है। 

Gulgula Recipe: हमारे घरों में अक्सर रोटियां बनाने के बाद आटा बच ही जाता है। कई बार समझ नहीं आता कि इसका क्या किया जाए। इसलिए ज्यादातर बार हम इसे फेंक देते हैं। लेकिन बचे हुए आटे से आप बिहारी स्टाइल गुलगुला बना सकीत हैं। ये झटपट बनने वाली मीठी डिश है, जो खासकर बिहार और झारखंड के गांवों में बेहद पसंद की जाती है। बाहर से कुरकुरे और अंदर से मुलायम ये गुलगुले बच्चों से लेकर बड़ों तक सबको खूब भाते हैं। तो चलिए बताते हैं, गुलगुला बनाने की विधि।

गुलगुला बनाने के लिए सामग्री

  • फर्मेंटेड आटा
  • गुड़
  • सौंफ और इलाइची का पाउडर
  • नट्स (ऑप्शनल)
  • तलने के लिए तेल या घी

गुलगुला बनाने की विधि

  • फर्मेंटेड आटा को अच्छी तरह से घोलकर पकौड़े जैसा बैटर बना लें। इसमें गुड़, सौफ और इलाइची का पाउडर डालें। अगर नट्स पसंद है, तो बारिक करके इसमें मिलाएं। अच्छी तरह मिलने के बाद इसे साइड करके 5 मिनट का और रेस्ट दें।
  • कढ़ाई में तेल या घी डालकर गर्म करें। फिर तेल में छोटे-छोटे गुलगुले (लड्डू के जैसा आकार) डालकर गोल्डन ब्राउन होने तक तलें। कम आंच पर गुलगुला तलें, ताकि अंदर से अच्छी तरह पक जाए।
  • गुलगुला को आप चाय, गर्म दूध के साथ खा सकते हैं। बच्चे को स्नैक के तौर पर इसे दे सकते हैं। आप इसे दो या तीन दिन तक स्टोर करके भी रख सकती हैं। 

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खास टिप्स

गुलगुले को और भी स्वादिष्ट बनाने के लिए बेकिंग सोडा का एक चुटकी जरूर डालें। इससे गुलगुले फूले-फूले और बेहद नरम बनेंगे। अगर आटा पहले से ही ज्यादा फर्मेंटेड है तो फिर बेकिंग सोडा डालने की जरूरत नहीं। 

गुलगुला खाने के फायदे

गुड़ और आटे से बना होने के कारण इसमें कार्बोहाइड्रेट्स और नेचुरल शुगर भरपूर होती है, जिससे शरीर को तुरंत एनर्जी मिलती है। इसके अलावा इसमें आयरन और मिनरल्स होते हैं, जो खून की कमी (एनीमिया) से बचाने में मदद करते हैं। गुड़ पाचन तंत्र को मजबूत करता है और पेट साफ रखने में मददगार है। गेहूं के आटे में मौजूद फाइबर और प्रोटीन शरीर को ताकत देते हैं। इसमें मौजूद मिनरल्स और न्यूट्रिएंट्स शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता को बढ़ाते हैं।

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