
फूड डेस्क: किसी भी पूजा पाठ या त्योहार में पंजीरी जरूर बनाई जाती है। जिसे बनाने के लिए आटे को धीमी आंच पर घी के साथ भूना जाता है और इसमें ढेर सारे मेवे और चीनी डाली जाती है। लेकिन अक्सर ऐसा होता है कि पंजीरी बनाते समय यह ढंग से बनती नहीं है और कच्चा स्वाद आता है। तो चलिए आज हम आपको बताते हैं कि कैसे आप एकदम परफेक्ट पंजीरी बना सकते हैं और गणपति बप्पा को भोग लगाकर उनका आशीर्वाद का सकते हैं। आटा पंजीरी बनाने के लिए आपको चाहिए-
1 कप साबुत गेहूं का आटा
1/2 कप घी
1/2 कप पिसी हुई चीनी
2 बड़े चम्मच कटे हुए बादाम
2 बड़े चम्मच कटे हुए काजू
1 बड़ा चम्मच खरबूजे के बीज
1 बड़ा चम्मच किशमिश
1/2 चम्मच इलायची पाउडर
एक चुटकी जायफल पाउडर
1 बड़ा चम्मच सूखा नारियल
ऐसे बनाएं प्रसाद की पंजीरी
- गणपति जी की पूजा में प्रसाद की पंजीरी बनाने के लिए एक भारी तले वाले पैन को धीमी आंच पर गर्म करें। इसमें साबुत गेहूं का आटा मिलाएं।
- आटे को धीमी आंच पर, लगातार हिलाते हुए भून लीजिए, जब तक कि यह गोल्डन ब्राउन न हो जाए और आपको इसमें सौंधी सुगंध न आने लगे। इसमें लगभग 10-12 मिनट का समय लग सकता है।
- इसे लगातार चलाते रहें, ताकि पंजीरी एक समान पके और कहीं से भी जले ना।
- एक दूसरे पैन में घी डालें और पिघलने दें। फिर इसमें कटे हुए बादाम, काजू, खरबूजे के बीज और किशमिश डालें और अच्छी तरह से भून लें।
- नट्स के मिश्रण को धीमी आंच पर तब तक भूनते रहें जब तक कि मेवे सुनहरे भूरे रंग के न हो जाएं। इसमें लगभग 5-7 मिनट का समय लग सकता है।
- जब मेवे भुन जाएं तो भुना हुआ गेहूं का और मेवों को एक साथ मिलाकर कुछ पकाएं।
- अब तैयार पंजीरी में मीठा एड करने के लिए पिसी चीनी डालें और चलाते रहें।
- आखिर में इलायची पाउडर, कसा हुआ सूखा नारियल और जायफल पाउडर डालकर अच्छी तरह से मिलाएं।
- पंजीरी मिश्रण को पूरी तरह ठंडा होने दें। ठंडा होने पर इसे गणपति जी को भोग लगाएं और बाकी की पंजीरी को एक एयर टाइट कंटेनर में रखकर स्टोर करें।
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