
दूध हमारी डैली की जरूरत है, मगर क्या हो जब यह पोषण देने के बजाय सेहत बिगाड़ दे? कई बार दूध ऊपर से सही दिखता है, पर असल में एक्सपायर हो चुका होता है। ऐसे दूध के सेवन से फूड पॉइजनिंग, पेट की समस्या या एलर्जी हो सकती है। दूध खराब है या नहीं, इसे जानने के लिए यहां बताए जा रहे हैं 3 आसान तरीके आप ट्राय करें, जिनसे आप बिना चखे या ज्यादा दूध बर्बाद किए क्वालिटी जांच सकते हैं।
स्मेल और विजुअल टेस्ट का यह सबसे पहला और आसान तरीका है। जैसा कि ताजा दूध हमेशा हल्की, नैचुरल गंध वाला होता है। अगर आपको दूध में खट्टी या बासी सी महक आए, तो यह पीने लायक नहीं है। पके हुए दूध में हल्की मिठास हो सकती है, लेकिन खट्टापन आते ही उसे अलग कर दें। वहीं अगर दूध की कंसिस्टेंसी, सामान्य से बदल गई है, तो यह खराब होने की निशानी है। पैक या बोतल में दूध का रंग हल्का पीला पड़ जाए या ऊपरी परत चिपचिपी लगे, तो इसका उपयोग न करें।
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यह एक सरल और भरोसेमंद तरीका है जिसे कई डेयरी एक्सपर्ट भी अपनाते हैं। एक छोटे चम्मच दूध में बस एक चुटकी बेकिंग सोडा (मीठा सोडा) डालकर मिलाएं। अगर तुरंत बहुत ज्यादा झाग या बुलबुले बनने लगें, तो इसका मतलब है कि दूध खराब हो चुका है। सामान्य दूध में कोई खास रिएक्शन नहीं होगा।
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यह तरीका तेजी से रिजल्ट देता है और दूध की एसिडिटी को मापता है। एक छोटे कप में दूध की कुछ बूंदें लें। अब पानी में 3-4 बूंद नींबू का रस या साइट्रिक एसिड मिलाकर इस मिश्रण को दूध में डालें। अगर दूध तुरंत फट जाए या अलग-अलग हो जाए, तो इसका मतलब है कि दूध एक्सपायर हो चुका है। यह टेस्ट सिर्फ जांचने के लिए है, न कि पीने के लिए। इन हैक्स को अपनाकर आप अपने परिवार को खराब दूध के खतरों से सुरक्षित रख सकते हैं।