
चायपत्ती असली है या नकली इसे पहचान के लिए ठंडा पानी का इस्तेमाल करें। अगर ठंडे पानी में चायपत्ती का रंग बदल जाता है तो यह नकली हैष क्योंकि असली चायपत्ती इतनी जल्दी रंग नहीं छोड़ती।
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चाय पत्तियों को अपनी उंगलियों के बीच रगड़ें। अगर रंग निकल जाता है और हाथ में कलर आता है तो यह नकली है। असली चाय पत्ती कभी भी हाथों में रंग नहीं छोड़ती।
असली चाय पत्ती की पहचान के लिए एक ग्लास में नींबू का रस ले लें और उसमें थोड़ी सी चाय पत्ती डालें। अगर धीरे-धीरे ग्लास में मौजूद नींबू रस बदल रहा है तो आप कृत्रिम चाय पत्ती का उपयोग कर रहे हैं।
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टिशू पेपर में थोड़ी सी चाय पत्ती रखें और इसे ढक कर थोड़े से पानी के छींठे मारें। अगर यह तुरंत दाग या फिर रंग छोड़ता है तो यह नकली है। असली चाय पत्ती रंग छोड़ने में करीब 3 से 4 मिनट का वक्त लेती है।
नकली चाय पत्ती शरीर को कई तरह से प्रभावित करती हैष इससे पेट के साथ लीवर की समस्या भी हो सकती है। इतना ही नहीं बहुत से लोगों में किडनी की समस्या भी देखी गई है। ऐसे में जब भी चाय पत्ती खरीदें तो ऑथेंटिक जगह से लें इसके साथ ही खरीदते वक्त पैकेट के पीछे लिख इनग्रेडिएंट के बारे में जरूर पढ़ें।
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