
फूड डेस्क: नाग पंचमी, हरियाली तीज से लेकर रक्षाबंधन तक के त्योहारों में आप घर में स्वादिष्ट मूंग दाल की खस्ता कचौड़ी बना सकती हैं। यह न सिर्फ आपके स्वाद को दोगुना बढ़ा देंगी बल्कि मेहमानों से आपको भर-भर कर तारीफें भी मिलेंगी। कुछ लोग खस्ता मूंग दाल कचौड़ी बनाते समय कुछ गलतियां कर देते हैं, जिसके कारण कचौड़ी सॉफ्ट नहीं बनती। साथ ही मसाला भी ठीक तरीके से नहीं बंधा होता। आइए जानते हैं मूंग दाल कचौड़ी बनाते समय किन बातों का ध्यान रखना चाहिए।
मौसम गर्मी का हो या फिर सर्दी का, जब भी आप कचौड़ी का आटा गूथें, उसमें कभी भी गर्म पानी का इस्तेमाल न करें। आपको रूम टेंपरेचर पानी इस्तेमाल करना है। पानी थोड़ा ज्यादा इस्तेमाल करें ताकि कचौड़ी का आटा सॉफ्ट गुथे।
कचौड़ी बनाते समय आपको घी का इस्तेमाल जरूर करना है ताकि कचौड़ी का खस्तापन मुंह में जाते ही महसूस हो। अगर सर्दियों का समय है तो आप थोड़ा घी और थोड़ा तेल भी मिला सकते हैं।
भले ही कचौड़ी दाल से बन रही हो लेकिन मसाला तैयार करते समय आपको थोड़ा-सा बेसन भी मिलाना है। मसाले में बेसन मिलाने से मूंग की दाल की बाइंडिंग अच्छी तरीके से होती है और उसमें गांठ नहीं पड़ती है। बेसन खस्ता मूंग दाल कचौड़ी का स्वाद भी बढ़ा देगी।
आटे की लोई में मसाला फिलिंग करते समय ध्यान रखें कि लोई में किसी भी तरह की दरार ना हो। आप हल्के हाथों से लोई को हर जगह से बंद करें और उसके बाद कटोरी का शेप देकर मसाला फिलिंग करें। ऐसा करने से कचौड़ी को तलते समय वह तेल में नहीं फूटेगी।
मूंग कचौड़ी को कभी भी बहुत गर्म तेल में तलने की गलती ना करें वरना कचौड़ियां बाहर से तो पक जाएंगी लेकिन अंदर से नहीं पकेंगी। साथ ही बाहर से जलने का खतरा भी बढ़ जाएगा। आपको कचौड़ी तलने के लिए मीडियम हॉट ऑयल यूज करना चाहिए। आप चाहें तो आटे की छोटी लोई का टुकड़ा तेल में डालकर चेक कर लें। अगर आटे की लोई तेल में नीचे बैठ जाती है और थोड़े बुलबुले उठते हैं तो इसका मतलब यह है कि तेल मीडियम हॉट है। इसी टेम्परेचर में कचौड़ियां तलें।
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