
Puran Poli Making Tips in hindi: गणेश चतुर्थी में गणपति बप्पा को भोग लगाने के लिए महाराष्ट्र में पूरन पोली बनाई जाती है। अगर पूरन पोली बनाते वक्त फट जाती है या फूली फूली नहीं बनती है, तो आपको कुछ बातों का ध्यान रखना चाहिए। सिंपल टिप्स की मदद से आप भी स्वादिष्ट पूरन पोली घर में बना सकती हैं। आइए जानते हैं पूरन पोली बनाते समय कैसे आटा गूंथते हैं और कितनी मात्रा में स्टफिंग भरी जाती है।
पूरन पोली बनाते समय गेहूं के आटे के साथ आधा हिस्सा मैदा का इस्तेमाल करें। आटा और मैदा मिक्स करने के बाद उसमें कुछ मात्रा लगभग आधा से एक चम्मच तेल मिलाएं। ऐसा करने से पूरन पोली सॉफ्ट बनती हैं। अगर आप घी अधिक मात्रा में आटे में मिला देंगी, तो पूरन पोली सॉफ्ट बिल्कुल नहीं बनेंगी। इस बात का ध्यान जरूर रखें। आटे को सॉफ्ट गूंथे। हार्ड आटा रखने से पूरन पोली सॉफ्ट बिल्कुल नहीं बनेगी।
पूरन पोली बनाते समय चना दाल की सॉफ्ट स्टफिंग तैयार करना बेहद जरूरी है ताकि पूरन पोली फूली बने। अगर आपने चना दाल रात भर भिगोकर नहीं रखी है, तो चना दाल को करीब 7 से 8 सीटियां लगाएं। उसके बाद अगर पानी बच जाए या चना दाल ठीक से ना गली हो, तो आप 1 से 2 सीटी और लगा सकते हैं। कूकर खोलने के बाद चेक करें कि दाल में कहीं पानी तो नहीं बच गया? अगर थोड़ा पानी बचा है, तो धीमी आंच पर दाल का पानी सुखा लें और गुड़ मिलाकर स्टफिंग को अच्छी तरीके से मैश करें। धीमी आंच पर गुड और चना अच्छी तरीके से मिल जाएंगे और सॉफ्ट चना दाल की स्टफिंग रेडी हो जाएगी।
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पूरन पोली की स्फफिंग करते समय आटे की बॉल के बराबर ही स्टफिंग बॉल तैयार करें। आटा सॉफ्ट होने की वजह से आसानी से चना-गुड़ स्टफ आटे की लोई में भर जाता है। फिर आधी पूरन पोली हाथों से ही बढ़ाएं। बेलन से हल्के हाथों से पूरन पोली बेले और बढ़ाएं। जब आटे से स्टफिंग दिखने लगे तो बेलना बंद कर दें। अब हाई फ्लेम तवे में घी की मदद से दोनों तरफ से पूरन पोली सेंक लें। बिना फटे फूली फूली पूरन पोली बनकर तैयार हो जाएगी।
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