Rooftop Garden Simlpe Tips: जानें छत पर (Rooftop Garden Simlpe Tips) गार्डन कैसे तैयार करें? सही मिट्टी, पौधों, ड्रेनेज सिस्टम और मेंटेनेंस टिप्स के साथ रूफटॉप गार्डन बनाना आसान है। यहां पढ़ें स्टेप-बाय-स्टेप गाइड और ज़रूरी सावधानियां।
घर बड़ा है और छत अगर खाली पड़ी है, तो उसमें आप हरे-भरे पौधे लगाकर अपने घर को बेहद खूबसूरत दिखा सकते हैं। कुछ लोगों के मन में यह बात आती है कि आखिर रूफ प्लाटिंग की शुरुआत कैसे की जाए? यह बेहद सरल होती है और कोई भी व्यक्ति अपने घर की छत पर बेहतरीन बगीचा तैयार कर सकता है। आपको बीजों और पौधों का खर्चा करना होगा और सालभर फल और फूल मिलेंगे। आइए जानते हैं कि रूफटॉप गार्डन के लिए किन चीजों की जरूरत पड़ती है।
छत पर गार्डन तैयार करने के सिंपल टिप्स
सबसे पहले आपको प्लानिंग करनी होगी कि आप अपने घर की छत पर कैसे पौधे लगाना चाहते हैं? कुछ पौधों में बड़े गमले की जरूरत लगती है जिसमें मिट्टी का वजन ज्यादा होता है, इसलिए आपको फ्लावर गार्डन, वेजिटेबल गार्डन, हर्ब गार्डन या फिर मिक्स गार्डन का ऑप्शन चुनना चाहिए।
जब घर के छत पर आप पौधे लगाएंगे, तो उसमें वाटरप्रूफ प्लेयर जरूर लगाएं ताकि पौधों का पानी रिसकर घर की सीलन का कारण ना बने। यानी कि वॉटरप्रूफ व ड्रेनेज सिस्टम बेहद जरूरी है। ड्रेनेज के बेहतरीन सिस्टम से न सिर्फ पौधे सड़ने से बचते हैं बल्कि लंबे समय तक गार्डन हरा भरा रहता है।
आपको मिट्टा का सही चयन करना चाहिए ताकि पेड़ पौधे आसानी से उग सके। आपको 40% गार्डन मिट्टी 30% कंपोस्ट (वर्मी कम्पोस्ट/काउ डंग), 20% बालू या रेत (ड्रेनेज बेहतर करने के लिए) और 10% कोकोपीट (नमी बनाए रखने के लिए) का इस्तेमाल करना चाहिए।
छत पर गार्डन सजाने के लिए आप गुलाब, गुड़हल के फूलों के साथ, सब्जियों में टमाटर, मिर्च, लौकी, पालक, मेथी का चयन कर सकते हैं। अगर आपको हर्ब प्लाट पसंद है, तो तुलसी, पुदीना, धनिया लगाएं, जो कि आपको समय-समय पर फ्रेश पत्तियां देते रहेंगे। आप चाहे तो कम धूप वाले पौधे छत के कोने पर रख सकते हैं। अगर पेड़ बड़ा है, तो छोटे के बजाय बड़े गमले का चयन करें।
पौधों को जरूरत के हिसाब से पानी दें। हर 15 से 20 दिन में खाद जरूर डालें। अगर पौधों को स्वस्थ रखना है, तो समय-समय पर कीड़े से बचाने के लिए आप नीम के तेल को पानी में मिलाकर स्प्रे कर सकते हैं। अगर गर्मी ज्यादा पड़ रही है, तो उसे नेट शेड की मदद से कवर करें ताकि पेड़ खराब ना हो।