Shocking! 70 साल की महिला बनी जुड़वा बच्चों की मां, जानें कैसे हुईं गर्भवती

70 साल की उम्र में एक महिला जुड़वा बच्चों की मां बनकर सबको हैरान कर दिया। महिला दुनिया की सबसे बुजुर्ग मांओं में से एक बन गई है।

 

Nitu Kumari | Published : Dec 1, 2023 10:10 AM IST / Updated: Dec 01 2023, 08:33 PM IST

हेल्थ डेस्क. जिस उम्र में पहुंचकर पैदा करने की क्षमता पूरी तरह खत्म हो जाती है। उस उम्र में एक महिला ने चमत्कार कर दिखाया। 70 साल में एक नहीं बल्कि जुड़वा बच्चों की मां बनी हैं सफीना नामुकवेया (Safina Namukwaya)। युगांडा की रहने वाली इस महिला के चर्चे हर तरफ हो रहे हैं। बुधवार युंगाडा की राजधानी कंपाला के एक अस्पताल में सिजेरियन के जरिए सफीना एक लड़का और एक लड़की को जन्म दिया। इस उम्र में जुड़वा बच्चे को जन्म देना एक चमत्कार से कम नहीं माना जा रहा है। 

युगांडा के डेली मॉनिटर से बातचीत में सफीना नामुकवेया (Safina Namukwaya) ने बताया कि ये जानकर की वो जुड़वा बच्चों को जन्म देने वाली है, उसके साथी ने उसे छोड़ दिया। पुरुषों को यह बताया जाना पसंद नहीं है कि आप एक से अधिक बच्चे को जन्म दे रहे हैं। जब से मैं अस्पताल में भर्ती हुई हुई मेरा साथी कभी यहां मुझे देखने नहीं आया है। बावजूद इसके जुड़वा बच्चा होना मेरे लिए एक चमत्कार है।

आईवीएफ से गर्भधारण

सफीना आईवीएफ के जरिए दो बच्चों को जन्म दिया है। हालांकि यह साफ नहीं है कि उन्होंने डोनर एग का इस्तेमाल किया है या खुद के एंग है जो उन्होंने कम उम्र में फ्रीज कराया था।महिला अस्पताल इंटरनेशनल और फर्टिलिटी सेंटर के कर्मचारियों ने आईवीएफ को चिकित्सीय सफलता बताया। उन्होंने कहा कि 45 और 55 से साल की उम्र में महिला मेनोपॉज से गुजरती हैं। वो प्रजनन की क्षमता खो देती हैं। लेकिन मेडिकल एंडवास होने की वजह से उनके लिए बच्चे को जन्म देना संभव बना दिया है। 

भारत में भी 74 साल की महिला बनी थीं जुड़वा बच्चों की मां

बता दें कि बांझ होने का मजाक उड़ा जाने के बाद युंगाडा की रहने वाली सफीना बच्चा चाहती थीं। 2020 में उन्होंने एक बेटी को जन्म दिया। यह उनकी दूसरी डिलीवरी है। ऐसा माना जाता है कि भारत की एक 74 वर्षीय महिला ने 2019 में जुड़वां लड़कियों को जन्म दिया है।हैदराबाद की एर्रामत्ती मंगयम्मा ने कथित तौर पर आईवीएफ के जरिए प्रेग्नेंट हुई और सीजेरियन से बच्चे को जन्म दिया। वाकई इन केसेज को देखते हुए यह कहना गलत नहीं होगा कि मेनोपॉज के बाद भी महिला के अंदर मां बनने की क्षमता कम नहीं होती है।

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