दिमाग कभी नहीं होगा बूढ़ा, हैप्पी हार्मोन भी ताउम्र रहेगी बनी, बस डाइट में शामिल करें ये 8 फूड्स

खुशी और भोजन का कनेक्शन एक दूसरे से जुड़ा हुआ है। शारीरिक हेल्थ के साथ-साथ मेंटल हेल्थ सही रहेगा अगर सही खानपान लिया जाए। तो चलिए बताते हैं कुछ हेल्दी फूड के बारे में जिसे खाने पर हैप्पी हार्मोन्स की कभी कमी नहीं होगी।

हेल्थ डेस्क. आपका दिमाग सीधे आपके शरीर से जुड़ा है। इस बात से कोई इंकार नहीं कर सकता है कि फीजिकल हेल्थ और मेंटल हेल्थ के बीच कनेक्शन होता है। पोषण दोनों के लिए जरूरी होता है। कई तरह के शोध से बता चला है कि कैसे सूजन ( inflammation) खराब मेंटल हेल्थ के अहम कारणों में से एक है।अवसाद यानी डिप्रेशन का साइटोकिन मॉडल, जो बताता है कि अवसाद सूजन संबंधी साइटोकिन्स के कारण होता है।

शरीर में पुरानी सूजन को कम करने या खत्म करने में डाइट अहम भूमिका निभाता है। तो चलिए बताते हैं मेंटल हेल्थ के बेहतरी के लिए क्या-क्या कदम उठा सकते हैं और डाइट में क्या शामिल करना चाहिए।

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1. प्रोसेस्ड और सूजन पैदा करने वाले खानों को डाइट से हटा देना

प्रोसेस्ड फूड जैसे पैकेज्ड बिस्कुट, कोल्ड ड्रिंक,केन फूड सबसे खराब डाइट में से एक है।इनमें मिले केमिकल सूजन पैदा करते हैं या पुराने सूजन को उभारने का काम करते हैं। यह आपके स्वास्थ्य के लिए खराब होते हैं। इसलिए इसका सेवन बिल्कुल बंद कर देना चाहिए। इसके अलावा प्रोसेस्ड डेयरी, सोया, ग्लूटेन, रिफाइंड तेल को भी डाइट से हटा देना चाहिए।

2. डाइट में जरूरी पोषक तत्वों को जोड़ना

प्रोटीन हेल्दी डाइट का अहम हिस्सा होता है। यह मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देता है। अमीनो एसिड , बी 6, बी 12 और फोलेट सहित बी विटामिन भी मानसिक स्वास्थ्य के लिए जरूरी होता है। ऑर्गन मीट और अंडा डाइट में शामिल करने से कई सारे पोषक ना सिर्फ शरीर के लिए फायदेमंद होते हैं, बल्कि मेंटल हेल्थ को भी बढ़ावा देते हैं।

3.प्रोबायोटिक्स

मेंटल हेल्थ के लिए प्रोबायोटिक्स बहुत जरूरी होता है। दही और साउरक्रोट में पाए जाने वाले गुड बैक्टीरिया मेंटल हेल्थ पर पॉजिटिव इफेक्ट डालते हैं। चिंता, अवसाद इसे खाने से कम होता है।

4. विटामिन डी

इसे अक्सर सनशाइन विटामिन के रूप में जाना जाता है, यह मस्तिष्क के स्वास्थ्य के लिए महत्वपूर्ण है। शोध से पता चलता है कि विटामिन डी अगर शरीर में कम हो तो डिप्रेशन और अन्य मानसिक विकार की वजह बन सकता है। इसलिए सूरज की रोशनी के साथ-साथ मछली, फोर्टिफाइड डेयरी प्रोडक्ट और अंडे जैसे आहार स्रोत विटामिन डी के लेबल को बनाए रखने में मदद करते हैं।

5. मैग्नीशियम

मैग्नीशियम एक अन्य प्रमुख पोषक तत्व है जो शरीर में 300 से अधिक बायोकेमिकल रिएक्शन में शामिल होता है। जिसमें मस्तिष्क से जुड़े काम भी शामिल है। पालक, मेथी, सरसों, केल जैसी सब्जियों में मैग्नीशियम प्रचुर मात्रा में पाया जाता है जिससे आसानी से आपकी मैग्नीशियम की जरूरत पूरी हो सकती है।

6.ओमेगा-3 फैट

फैटी फिश , मीट में ओमेगा 3 पाया जाता है। जो मेंटल हेल्थ के लिए जरूरी होता है। यह सूजन को कम करने में मदद करता है। कई सारे शोध में देखा गया है कि ओमेगा 3 फैट अवसाद के लक्षणों को कम करने और पूरे मेंटल हेल्थ के सुधार में अहम भूमिका निभाता है।

7.कीटो/लो-कार्ब डाइट

उभरते सबूत बताते हैं कि केटोजेनिक या कम कार्ब आहार अपनाने से मानसिक और तंत्रिका संबंधी स्वास्थ्य में फायदा पहुंचाते हैं। ये डाइट ब्लड शुगर के लेबल को संतुलित करते हैं।मूड और ऊर्जा के स्तर को स्थिर कर सकते हैं। इसलिए लो कार्ब डाइट को भी आजमा सकते हैं।

8. फूड बेस्ड सप्लीमेंट

फूड बेस्ड सप्लीमेंट जैसे अश्वगंधा, हरी चाय भी मेंटल हेल्थ को बढ़ावा देता है। इसके अलावा मशरूम और मछली का तेल भी मानसिक स्वास्थ्य को बढ़ावा देता है।

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