
HIV का नाम सुनते ही ज्यादातर लोग डर जाते हैं, लेकिन इसका इलाज जल्दी पकड़ लिया जाए तो जीवन पूरी तरह नॉर्मल चल सकता है। समस्या तब बढ़ती है जब लोग शुरुआती संकेतों को नजरअंदाज कर देते हैं। HIV के शुरुआती लक्षण अक्सर सिंपल वायरल इंफेक्शन जैसे लगते हैं, इसलिए मरीज समझ ही नहीं पाते कि उन्हें टेस्ट की जरूरत है। अगर आपको ये 7 संकेत दिखें, तो ये शरीर का अलर्ट हो सकता है कि अंदर कुछ गंभीर चल रहा है और तुरंत HIV टेस्ट कराना जरूरी है।
अगर बिना वजह बार-बार हल्का बुखार आ रहा हो या शरीर हमेशा थका हुआ महसूस करे, तो ये HIV संक्रमण का शुरुआती संकेत हो सकता है। वायरस शरीर में घुसकर इम्यून सिस्टम को कमजोर करने लगता है, जिससे एनर्जी गिरने लगती है।
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सोते समय पसीना आना सामान्य है, लेकिन अगर बार-बार पसीने से कपड़े गीले हो जाएं और AC/ठंडे मौसम में भी ऐसा हो तो ये HIV का शुरुआती सिम्पटम माना जाता है।
कई HIV मरीजों में अचानक स्किन पर रैश आ जाते हैं। ये दाने खुजली वाले भी हो सकते हैं और बिना किसी एलर्जी के भी दिख सकते हैं। अगर दाने बार-बार आकर ठीक हों और फिर लौट आएं, तो इसे इग्नोर न करें।
HIV सबसे पहले बॉडी के लिम्फ नोड्स पर अटैक करता है यानी गर्दन, बगल और जांघ के आसपास की सूजन। अगर ये सूजन 2–3 हफ्ते तक बनी रहे और दर्द भी हो तो तुरंत डॉक्टर से मिलें।
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अगर कुछ ही हफ्तों में बिना डाइटिंग के 4–5 किलो वजन कम हो जाए, तो ये इम्यून सिस्टम के कमजोर होने का संकेत हो सकता है। HIV इंफेक्शन के साथ बॉडी तेजी से मसल मास खोने लगती है।
HIV होने पर शरीर की रोग प्रतिरोधक क्षमता अचानक गिरने लगती है। जैसे बार-बार जुकाम, लगातार खांसी और फंगल इंफेक्शन से नॉन-स्टॉप गले का दर्द रहता है। अगर आप जल्दी-जल्दी बीमार पड़ रहे हैं, तो ये चेतावनी है।
कई मरीजों में HIV के शुरुआती फेज में खाना देखकर मन खराब होना, पेट का फूलना, मतली या उलटी जैसे लक्षण दिखाई देते हैं। ये वायरस के सिस्टम पर अटैक करने का इशारा है।