
Different oils for Baby massage: शरीर के विकास को बढ़ाने के साथ ही कब्ज और गैस जैसी समस्याओं से राहत दिलाने में मसाज बहुत मदद करती है। बच्चे की मसाज करने से न सिर्फ उन्हें अच्छी नींद आती है बल्कि मां और बच्चे के बीच रिश्ता भी मजबूत बनता है। गर्मियों में मसाज करना काफी कठिन काम लगता है। गर्मी के कारण शरीर से अधिक पसीना आता है और ऐसे में मसाज करने से बच्चों को परेशानी महसूस हो सकती है। गर्मियों में मसाज करने के लिए आपको ऐसे तेल का इस्तेमाल करना चाहिए जो हल्का हो और शरीर को राहत पहुंचाए। जानते हैं बच्चों की मसाज के लिए गर्मियों में कौन-से तेल का इस्तेमाल किया जा सकता है।
गर्मियों के ड्राईनेस और हीट को कम करने के लिए नारियल का तेल मसाज के लिए इस्तेमाल किया जा सकता है। कोकोनट ऑयल एंटीऑक्सीडेंट युक्त होता है और यह सेंसेटिव स्किन के लिए भी बेहतर ऑप्शन है। स्किन सेल डैमेज, इन्फ्लेमेशन रैशेज या ड्राइनेस की समस्या को दूर करने के लिए कोकोनट ऑयल गर्मियों में इस्तेमाल करें।
बादाम के तेल में विटामिन ए, B1, B2, B6 और E विटामिन होता है। एंटीऑक्सीडेंट युक्त बादाम का तेल बच्चों की सॉफ्ट स्किन के लिए अच्छा माना जाता है। बादाम के तेल से सिर्फ त्वचा की मालिश ही नहीं बल्कि बालों की मालिश भी की जा सकती है। आलमंड ऑयल बच्चों के नाखूनों को हेल्दी बनता है और साथ ही त्वचा में भी शाइनिंग आती है।
सिर्फ गर्मी नहीं ऑलिव ऑयल का इस्तेमाल साल भर बच्चों की मालिश के लिए किया जा सकता है। ऑलिव ऑयल से मालिश करने से बच्चों के स्किन सॉफ्ट हो जाती है और साथ ही पेट में मालिश करने से कब्ज या गैस की समस्या भी दूर भागती है। अगर बच्चे की स्किन सेंसिटिव है या उसे ऑलिव ऑयल से समस्या है तो बेहतर होगा कि इसका इस्तेमाल न करें। स्किन संबंधित समस्या हो जाए तो डॉक्टर से संपर्क करें।