
Kidney Health: किडनी शरीर में एक फिल्टर सिस्टम की तरह काम करती है, जो शरीर की गंदगी को ब्लड से छान कर यूरिन बनती है। शरीर में पानी के साथ मिनरल्स जैसे कि सोडियम, कैल्शियम, पोटेशियम आदि को बैलेंस करने का भी काम किडनी करती है और साथ ही ब्लड प्रेशर कंट्रोल करती है। रोजाना की कुछ बैड हैबिट्स धीरे-धीरे किडनी पर बुरा असर डालती हैं। यह हैबिट्स ऐसी होती हैं, जिन्हें हम बेहद नॉर्मल मानते हैं और अक्सर दोहराते हैं। आइए जानते हैं कि ऐसी रोजमर्रा की कौन सी आदते हैं, जो किडनी पर बुरा प्रभाव डालती हैं।
अक्सर लोग बिना डॉक्टर की सलाह के सिर दर्द, पेट दर्द, हाथ पैर दर्द होने पर पेन किलर्स खा लेते हैं। दुकानों में मिलने वाली पेन किलर्स का सेवन लंबे समय तक करने से किडनी पर बुरा असर पड़ता है। कुछ पेनकिलर्स जैसे इबुप्रोफेन, नेप्रोक्सन एंड रेगुलेटेड हर्ब, प्रोटीन पाउडर, जिम सप्लीमेंट्स, डाययूरेटिक या फिर फिटनेस हॉर्मोन किडनी पर बुरा असर डालते हैं।
लंबे समय तक पानी न पीने से भी किडनी पर बुरा असर पड़ता है। जब पानी कम पिया जाता है, तो किडनी में टॉक्सिंस बनने लगते हैं। इस कारण से किडनी सही से काम नहीं कर पाती है। क्रॉनिक डिहाइड्रेशन के कारण किडनी स्टोन से लगाकर अन्य कॉम्प्लिकेशंस हो सकते हैं।
अगर आप रोजाना खाने में अधिक मात्रा में नमक का इस्तेमाल करते हैं, तो ब्लड से अधिक सोडियम को हटाना कठिन हो जाता है। इस कारण से ब्लड प्रेशर बढ़ता है, जिससे कि किडनी डिजीज का भी खतरा बढ़ जाता है।
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कुछ लोगों को यूरिन लगने पर भी न जाने की आदत होती है। इस कारण से बैक्टीरिया बढ़ने के चांसेस हो जाते हैं और व्यक्ति को यूरिनरी ट्रैक्ट इनफेक्शन की समस्या का सामना करना पड़ता है। अगर सही समय पर इलाज ना मिले, तो किडनी डैमेज का खतरा बढ़ जाता है।
रोजाना 8 से 10 कप चाय पीना किडनी पर बुरा असर डालता है और पथरी के चांसेज बढ़ जाते हैं। जो लोग खाने में अधिक मात्रा में चीनी का भी इस्तेमाल करते हैं, उन्हें डायबिटीज का खतरा बढ़ जाता है। इस कारण से किडनी डिजीज भी हो सकती है। इस कारण से किडनी डैमेज होने का खतरा बढ़ता है। एडेड शुगर की जगह नैचुरल शुगर खाएं।
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