
2025 धीरे-धीरे समाप्ति की ओर है। किसी को यह साल अच्छे अनुभव दे गया तो किसी के लिए ये साल दुख भरा रहा। वैसे तो हर किसी की अपनी कहानी है लेकिन देश और दुनिया में हर साल करोड़ों लोग कैंसर से जूझते हैं। इलाज के लिए महंगी दवाइयां कमर तोड़कर रख देती हैं। भारत में ये वर्ष कैंसर पीड़ित मरीजों के लिए राहत लेकर आया, जब महंगी मेडिसिन पहले के मुकाबले सस्ती हुईं। सरकार की नई नीतियों, दवाइयों पर टैक्स कटौती ने इलाज सस्ता किया। यहां जानें उन कैंसर की दवाइयों के नाम, जिनके दाम कम हुए हैं।
ये भी पढ़ें- Plant Based Protein: 2026 में मीट का अल्टरनेटिव प्लांट-बेस्ड प्रोटीन डायट, जानें कितने ग्राम मौजूद?
मीडिल क्लास वर्ग को जीएसटी रिजीम बदलाव ने राहत देने का काम किया। पहले इन कैंसर की दवाइयों पर 12% GST टैक्स लगता है, जिसे सरकार ने शून्य कर दिया। हालांकि, ध्यान देने वाली बात है कि कैंसर के साथ अन्य रियल डीसीस में इस्तेमाल की जाने वालीं तीन दवाओं पर 5% टैक्स कायम हैं। इसके अलावा, मेडिकल उपकरणों से जुड़े साधनों में जीएसटी कटिंग करते हुए इसे 12-18% की बजाय पांच फीसदी कर दिया गया। जबकि हेल्थ इंश्योरेंस के साथ भी 18 प्रतिशत टैक्स देना पड़ता था, जिसे घटाटकर जीर कर दिया गया, जिससे आम आदमी बिना किसी टेंशन के स्वास्थ्य बीमा ले सकता है।
ये भी पढ़ें- Foot Therapy: करेले और नीम की ऐसी फूट थेरेपी, जो बॉडी और स्किन के लिए है फायदेमंद
कैंसर वैश्विक हेल्थ प्रॉब्लम बन चुका है। आंकड़ों के अनुसार, 2022 में दुनियाभर में 2 करोड़ नए कैंसर मरीज सामने आए, और 9,7 लाख लोगों की मौत हुई।
दुनिया में सबसे लोग लंग और ब्रेस्ट कैंसर से पीड़ित हैं। इसके बाद कोलोरेक्टल कैंसर का नाम आता है।