Karela Neem Foot Soak: करेला-नीम फूट थेरेपी शरीर को पैरों के जरिए डिटॉक्स करती है, स्किन को ग्लो देती है और डाइजेशन सुधारती है। करेले व नीम को पानी में मसलकर 20 मिनट पैरों को डुबोकर रखने से टॉक्सिन्स बाहर निकलते हैं और बॉडी को नैचुरल हीलिंग मिलती है।
Karela Neem Foot Therapy: इंस्टाग्राम पर पूनम देवनानी ने एक जबरदस्त रील शेयर किया है, जिसमें वो एक फुट थेरेपी के बारे में बता रही हैं। ये अनोखी करेला-नीम फूट थेरेपी सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हो रही है, क्योंकि इसमें शरीर को भीतर से डिटॉक्स करने की जबरदस्त पावर मानी जाती है। ये बजट-फ्रेंडली, घर पर आसानी से करने वाली हेल्थ थेरेपी है, जो पैरों के जरिए बॉडी के टॉक्सिन्स निकालने और स्किन को ग्लो देने में मदद करती है। करेले और नीम दोनों का कड़वापन नेचुरल क्लींजर की तरह काम करता है, इसलिए यह थेरेपी सर्दियों में खासतौर पर फायदेमंद मानी जाती है।
करेला-नीम फूट थेरेपी कैसे करें
- सबसे पहले एक ताजा करेले को लेकर उसे बारीक-पतले टुकड़ों में काट लें।
- इसके बाद 10–15 नीम के पत्ते तोड़कर हल्का-सा काटें ताकि उनका रस आसानी से पानी में मिल सके।
- अब एक बड़े टब में करीब 1 लीटर हल्का गुनगुना पानी डालें और उसमें करेले और नीम को मिलाकर हाथ से हल्का-सा मसलें।
- अब टब में खड़े हो जाएं और लगभग 15–20 मिनट तक नीम और करेले को पैरों से कुचलते रहें।
- जैसे-जैसे आप इन्हें कुचलते हैं, इनका कड़वापन पानी में घुलने लगता है और शरीर इसे पैरों के जरिए एबजॉर्ब करता है।
- जब आपको मुंह या गले में हल्की सी कड़वाहट महसूस होने लगे, तो समझिए कि थेरेपी असर कर रही है।
- इसके बाद टब से बाहर निकलकर पैरों को साफ पानी से धो लें।
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करेला-नीम फूट थेरेपी के फायदे

- यह थेरेपी शरीर को तेजी से डिटॉक्स करने में मदद करती है।
- करेले और नीम की एंटीबैक्टीरियल और एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण पैरों से टॉक्सिन्स निकालने में हेल्पफुल माने जाते हैं।
- इससे स्किन पर नेचुरल ग्लो आता है और झाइयां, दाने, एलर्जी जैसी समस्याओं में भी राहत मिल सकती है।
- करेले का कड़वापन खून की सफाई में मदद करता है, जबकि नीम शरीर को कूलिंग और हीलिंग इफेक्ट देता है।
- यह थेरेपी डाइजेशन को बेहतर बनाती है, कब्ज के दिक्कत से राहत देती है और मेटाबॉलिज्म को भी बेहतर करती है।
- लंबे समय तक खड़े रहने या थकान होने पर यह पैरों में ब्लड सर्कुलेशन को सुधारकर तुरंत रिलैक्सेशन देती है।
- नियमित रूप से करने पर यह बॉडी एनर्जी बढ़ाती है और स्किन को अंदर से रीफ्रेश रखने में मदद करती है।
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