
H3N2 Virus: दिल्ली-एनसीआर में H3N2 वायरस के कारण फ्लू का भयंकर प्रकोप है। अस्पतालों में बड़ी संख्या में बुखार, खांसी, बदन दर्द और थकान जैसे लक्षणों के साथ मरीज पहुंच रहे हैं। डॉक्टरों के अनुसार इस वायरस का संक्रमण तेजी से फैल रहा है। यह बच्चों और कई बीमारियों के पीड़ित बुजुर्गों के लिए अधिक घातक है।
H3N2 वायरस इन्फ्लूएंजा A वायरस का एक प्रकार है। यह मौसमी फ्लू के प्रकोप के लिए जिम्मेदार है। शुरुआत में इसका संक्रमण बहुत नुकसान नहीं पहुंचाने वाला लग सकता है, लेकिन H3N2 तेजी से फैलता। यह जल्दी-जल्दी अपना रूप बदलता है। कई बार अन्य प्रकारों की तुलना में इसे कंट्रोल करना ज्यादा मुश्किल हो जाता है।
यह वायरस म्यूटेट होता है, जिससे यह अनुमान लगाना मुश्किल हो जाता है कि हर साल कौन सा वायरस लोगों को बीमार करेगा या कितना गंभीर होगा। यह आमतौर पर सूअरों में फैलता है, लेकिन इंसानों को भी संक्रमित करता है। H3N2 वायरस ने 2010 में सूअरों को संक्रमित किया था। 2011 में पहली बार मनुष्यों में इसके संक्रमण की जानकारी मिली।
डॉक्टरों के अनुसार H3N2 वायरस का संक्रमण आमतौर पर 5-7 दिनों तक रहता है। इससे गंभीर खांसी हो सकती है जो तीन सप्ताह तक रह सकती है। इसके लक्षण आमतौर पर इस प्रकार होते हैं:
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