
त्वचा की देखभाल के लिए हल्दी का इस्तेमाल सदियों से होता आ रहा है। बायोमोलेक्युलर एंड क्लिनिकल आस्पेक्ट्स में प्रकाशित एक अध्ययन के अनुसार, हल्दी के एंटी-इंफ्लेमेटरी गुण रूखी त्वचा को दूर करने में मदद करते हैं।
मुँहासों के कारण होने वाली लालिमा और सूजन को कम करने में हल्दी कारगर है। हल्दी में मौजूद एंटीऑक्सीडेंट त्वचा को जवां बनाए रखने और उसकी सेहत सुधारने में मदद करते हैं। ये महीन रेखाओं और झुर्रियों को भी कम करते हैं। हल्दी का नियमित इस्तेमाल हाइपरपिग्मेंटेशन कम करने और काले धब्बों को हल्का करने में मददगार है।
हल्दी के एंटीमाइक्रोबियल गुण बैक्टीरिया से लड़ने में प्रभावी हैं। ये मुँहासे, दाग-धब्बों जैसी त्वचा की समस्याओं को रोकने में मदद करते हैं। साथ ही, त्वचा के संक्रमण से बचाव और मुँहासों को फूटने से रोकने में भी मदद मिलती है।
ठंडे दूध में थोड़ी सी हल्दी मिलाकर चेहरा धोएं। इससे गंदगी और अतिरिक्त तेल निकल जाएगा और त्वचा गहराई से साफ हो जाएगी।
एक बड़ा चम्मच दूध, एक छोटा चम्मच पिसी हुई ओट्स और एक चुटकी हल्दी मिलाकर चेहरे और गर्दन पर लगाएं। हल्दी त्वचा की बनावट में सुधार करती है और निखार लाती है। ये पैक त्वचा की मृत कोशिकाओं को हटाने और त्वचा को गहराई से मॉइस्चराइज़ करने में मदद करता है।
एक छोटा चम्मच हल्दी पाउडर और एक छोटा चम्मच चंदन पाउडर को गुलाब जल या दूध में मिलाकर पेस्ट बना लें। फिर इस पैक को चेहरे और गर्दन पर लगाएं। अच्छी तरह सूखने के बाद ठंडे पानी से धो लें। ये पैक मुँहासों को रोकने में मदद करता है।
नींबू में एसिडिक प्रॉपर्टी होती है। हल्दी के साथ ज्यादा मात्रा में मिलाने पर स्किन जल सकती है, खासकर संवेदनशील त्वचा पर।
यह त्वचा का pH बैलेंस बिगाड़ देता है और हल्दी के साथ मिलकर स्किन को रफ और ड्राई कर सकता है।
कई लोग पिंपल हटाने के लिए हल्दी में टूथपेस्ट मिलाते हैं, पर इसमें कैमिकल्स होते हैं जो जलन और डार्क स्पॉट्स पैदा कर सकते हैं।
इनमें मौजूद अल्कोहॉल हल्दी के साथ मिलकर स्किन को इरिटेट कर सकता है और रैशेज़ बढ़ा सकता है।
स्क्रबिंग के लिए कई लोग हल्दी में नमक मिलाते हैं, लेकिन इससे स्किन पर माइक्रो कट्स और इरिटेशन हो सकती है।