
How to give CPR: अचानक से हार्ट अटैक या कार्डियक अरेस्ट आने पर व्यक्ति बेहोश होकर गिर जाता है। व्यक्ति को सीपीआर सही समय में देने पर उसकी जान बचाई जा सकती है। रिसर्च में ये बात कही जा चुकी है कि सीपीआर देने में 10 मिनट की देरी होने पर व्यक्ति के मरने का 10% तक खतरा बढ़ जाता है। अगर लोगों को सीपीआर देने का सही तरीका पता होगा तो समय पर जान बचाई जा सकती है। सीपीआर इतना असरदार होता है कि व्यक्ति को कई बार तो हॉस्पिटल जाने की जरूरत भी महसूस नहीं होती है। जब भी सीपीआर दिया जाए तो कुछ बातों का ध्यान जरूर रखना चाहिए।
अगर कोई भी व्यक्ति अचानक से गिर पड़ा है तो उसकी जांच करें कि वो होश में है या फिर नहीं। अगर व्यक्ति होश में नहीं है तो सबसे पहले एंबुलेस को कॉल करें और साथ ही सीपीआर भी दें। सीपीआर देने से न सिर्फ रक्त के प्रवाह को बेहतर बनाया जा सकता है बल्कि व्यक्ति की जान भी बच सकती है।
छाती के बीचों-बीच एक मिनट में 100 से 120 बार तेजी से दबाव डालें। ऐसा आपको तब तक करना है जब तक एंबुलेस न जाए। व्यक्ति को सीपीआर देने से पहले जांच लें कि उस व्यक्ति की नाड़ी और सांस चल रही है या फिर नहीं। सीपीआर देने से मस्तिष्क से लेकर अन्य अंगों तक में ऑक्सीजन यु्क्त ब्लड पहुंचता है। अगर व्यक्ति को सही समय पर सीपीआर नहीं मिलता है तो हार्ट धड़कना बंद कर देता है और कुछ ही मिनटों में मस्तिष्क मर जाता है।
सीपीआर देते समय आपको हाथों की मदद से छाती पर 2 इंच (5 सेंटीमीटर) सीधा दबाव डालना चाहिए। ये दबाव 2.4 इंच से ज्यादा नहीं होना चाहिए वरना बुरा प्रभाव पड़ सकता है। आपको अपने शरीर की ताकत का इस्तेमाल करते हुए छाती में दबाव डालना है। ये बहुत ज्यादा और बहुत कम नहीं होना चाहिए।
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