पेरेंट्स को है दिल की बीमारी तो बच्चे तुरंत अपनाएं 4 आदतें, 37% तक कम हो जाएगा रिस्क

Published : Nov 22, 2025, 12:10 PM IST
दिल की बीमारी

सार

Heart Disease Risk: फैमिली हिस्ट्री में हार्ट डिज़ीज़ होने पर बच्चों में दिल की बीमारी का खतरा बढ़ जाता है। अच्छी नींद, नो स्मोकिंग, नियमित एक्सरसाइज और हेल्दी डाइट जैसी 4 जरूरी आदतें कैसे इस जोखिम को कम करती हैं, जानें।

अगर कम उम्र में ही माता-पिता को दिल की बीमारी है, तो होने वाले बच्चों में 40 से 75 परसेंट तक हार्ड डिजीज का खतरा बढ़ जाता है। नेशनल इंस्टीट्यूट ऑफ हेल्थ के अनुसार ऐसे पेरेंट्स के साथ ही अगर भाई-बहन को दिल को कम उम्र में दिल की बीमारी हुई है तो भी भविष्य में बीमारी का खतरा बना रहता है। अगर बच्चे अपनी लाइफ स्टाइल में सुधार करें, तो काफी हद तक भविष्य में होने वाली दिल की बीमारी के खतरे से बचा जा सकता है। वैसे तो सभी व्यक्तियों को दिल की बीमारी से बचने के लिए अच्छी लाइफस्टाइल अपनानी चाहिए लेकिन फैमिली हिस्ट्री अगर हार्ट डिजीज की है, तो ऐसे में अधिक सावधानी बरतने की जरूरत होती है। तो आइए जानते हैं कि आखिर वह चार कौन सी हेल्दी हैबिट्स हैं, जो हार्ट डिजीज को 37% तक कम करने में मदद कर सकती हैं।

अच्छी नींद से दिल बनेगा मजबूत

आजकल की भाग दौड़ भरी जिंदगी में लोग 7 से 9 घंटे की नींद मुश्किल से ले पा रहे हैं। इस कारण से हार्ट की बीमारियां तेजी से बढ़ रही हैं। अगर हार्ट डिजीज की फैमिली हिस्ट्री है, तो बच्चों को रोजाना अच्छी नींद जरूर लेनी चाहिए। इससे करीब 35% तक दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाता है। अगर अच्छी नींद ली जाए, तो शरीर में स्ट्रेस हार्मोन नहीं बढ़ पाएगा और न ही धमनिया सख्त होंगी।हार्ट रिस्क को कम करने के लिए अच्छी नींद जरूर लें।

दिल को कमजोर कर देती है स्मोकिंग

दिल को बीमार के रिस्क को बढ़ाने में स्मोकिंग भी मदद करती है। अगर फैमिली हार्ट डिजीज की हिस्ट्री है, तो ऐसे में स्मोकिंग छोड़ दें। ऐसा करने से 44% तक दिल की बीमारी का खतरा कम हो जाएगा। आपको जानकर हैरानी होगी की हार्ट डिजीज से होने वाली मौतों में से एक तिहाई मोते स्मोकिंग से जुड़ी हुई हैं। सिगरेट के साथ ही वेपिंग, सेकंड हैंड स्मोक, शरीर के लिए बहुत नुकसानदायक होते हैं। इसलिए स्मोकिंग तुरंत छोड़ देनी चाहिए।

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हाई इंटेंसिटी और मॉडरेट एक्सरसाइज है जरूरी

रोजाना एक्सरसाइज करना भी हार्ट डिजीज के खतरे को कम करता है। अगर हफ्ते में 150 मिनट तक एक्सरसाइज की जाती है, तो हार्ट डिजीज का खतरा करीब 25 परसेंट तक कम हो जाता है। वहीं एक्सरसाइज का समय बढ़ाने पर हार्ट डिजीज रिस्क भी अधिक कम होता है। ब्रिटिश स्टडी में 5 लाख लोगों को शामिल किया गया था, जिसमें जेनेटिक हार्ट रिस्क के सबसे ज्यादा लोग मौजूद थे। उनकी नियमित फिजिकल एक्टिविटी ने दिल की बीमारी का खतरा काफी कम कर दिया। रोजाना एक्सरसाइज में 150 मिनट मॉडरेट एक्टिविटी और 75 मिनट हाई इंटेंसिटी एक्सरसाइज शामिल करनी चाहिए।

डाइट में करें बदलाव

हार्ट को हेल्दी बनाने के लिए मेडिटेरियन और डैश डाइट बेस्ट है। इसमें ऑलिव ऑयल के साथ फ्रेश सब्जियों, फलों, फलियों, प्रोटीन युक्त दालों का सेवन किया जाता है। साथ ही कम तला भुना भोजन खाया जाता है जिससे अधिक कोलेस्ट्रॉल का खतरा नहीं रहता है। 

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