High cholesterol: पैर का ठंडा हो जाने समेत दिखने लगे ये 3 संकते , तो तुरंत डॉक्टर से मिले आ सकता है हार्ट अटैक
हेल्थ डेस्क.बॉडी फंक्शन के लिए कोलेस्ट्रॉल जरूरी होता है। लेकिन जब यह अधिक बढ़(High cholesterol) जाता है तो शरीर के लिए घातक साबित होता है। कोलेस्ट्रॉल जब बढ़ता है तो पैरों में इसके कुछ लक्षण नजर आते हैं। जिसे पहचानकर तुरंत डॉक्टर के पास जाना चाहिए।
सही मात्रा में कोलेस्ट्रॉल शारीरिक कार्यों के लिए जरूरी होता है। शरीर में कोलेस्ट्रॉल एक वसा या मोम जैसा पदार्थ होता है जो शरीर में कोशिकाओं, स्टेरॉयड और विटामिन डी बनाने के लिए बहुत जरूरी होता है।
लेकिन जब यह बढ़ जाता है तो साइलेंट किलर की तरह हो जाता है। जो धीरे-धीरे इंसान को मारती है। अगर शरीर में कोलेस्ट्रॉल का लेबल 200 मिलीग्राम प्रित डेसी लीटर बढ़ जाए तो इंसान के लिए खतरनाक हो सकता है। जब रक्त में कोलेस्ट्रॉल का स्तर बहुत अधिक समय तक बना रहता है तो यह हृदय रोगों और स्ट्रोक के बढ़ते जोखिम जैसी गंभीर स्थितियों की ओर ले जाता है।
हाई कोलेस्ट्रॉल के संकेत साइलेंट होते हैं
हाई कोलेस्ट्रॉल का मानव शरीर पर घातक प्रभाव पड़ता है। क्योंकि इसकी पहचान देरी से होती है। हालांकि अगर कोई सावधान रहे और ध्यान दे तो हाई कोलेस्ट्रॉल के कुछ लक्षण हैं जिन्हें आसानी से देखा जा सकता है। यह हम आपको बताने जा रहे हैं पैर में दिखाई देने वाले वो तीन संकेत जिसके बाद तुरंत डॉक्टर से मिलना चाहिए।
क्लाडिकेशन
क्लाउडिकेशन पैरों में देखे जाने वाले हाई कोलेस्ट्रॉल के सबसे महत्वपूर्ण लक्षणों में से एक है। इसमें पैरों की मांसपेशियों में दर्द, ऐंठन और थकान महसूस होती है। जब कोई चलता है तो यह महसूस होता है। लेकिन जैसै ही आराम करते हैं ये दर्द गायब हो जाता है। क्लाउडिकेशन दर्द ज्यादातर तांगों, जांघों, नितंबों, कूल्हों और पैरों में महसूस होता है।
पैर का ठंडा होना
यह हाईकोलेस्ट्रॉल का एक अहम लक्षण है। बाहर का तापमान अधिक हो इसके बाद भी आपके पैर में ठंडपन और कंपन महसूस होता है तो सतर्क हो जाएं। यह पेरिफेरल आर्टरी डिसीस का संकेत हो सकता है। अगर यह स्थिति लंबे वक्त तक रहती है तो तुरंत डॉक्टर से दिखाएं।
पैरों की त्वचा के रंग और बनावट में बदलाव
हाई कोलेस्ट्रॉल की वजह से रक्त वाहिकाओं में प्लाक जमा होने लगता है। जिसकी वजह से ब्लड फ्लो पर असर पड़ता है। कई जगहों पर खून की सप्लाई कम हो जाती है। जिसकी वजह से त्वचा का रंग बदलने लगता है। अगर पैर की स्किन के रंग और बनावट में असर दिखता है तो समझ जाइए कि कोलेस्ट्रॉल बढ़ा हुआ है।