
हेल्थ डेस्क: आयुर्वेद की माने तो आधे से ज्यादा बीमारियों की जड़ पेट की खराबी से शुरू होती है। खाना खाने के बाद एसिडिटी, डकार अधिक आना, गैस ज्यादा बनना, कब्ज या दस्त आदि अपच के लक्षण हैं। पेट संबंधी समस्याएं तब शुरू होती हैं जब खाना पच नहीं पता। अगर आपको भी इन समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है तो यकीन मानिए खाना पेट में पच नहीं रहा बल्कि सड़ रहा है। अगर खाना सही से नहीं पचता है तो आपको खाने के न्यूट्रिएंट्स नहीं मिलते हैं और शरीर में कई बीमारियां भी शुरू हो जाती हैं। आयुर्वेदिक डॉक्टर रॉबिन शर्मा ने कुछ घरेलू उपाय बताएं हैं जिसकी मदद से डाइजेशन को बेहतर बनाया जा सकता है। पाचन ठीकन होने पर एसिडिटी से लेकर डकार तक की समस्या खत्म हो जाएंगी।
अपच के लिए घरेलू उपाय में आपको जीरा, अजवाइन और सेंधा नमक का इस्तेमाल करना चाहिए। जीरा-अजवाइन को बराबर मात्रा में लें और तवे में हल्का गर्म कर लें। अब सामग्री के आधे में अनार दाना, उससे आधा सोंठ और सबसे कम सेंधा नमक मिलाकर पीस लें। आप गर्म पानी या छाछ के साथ दो चम्मच चूर्ण मिलाकर पिएं। इससे न सिर्फ अपच की समस्या खत्म होगी बल्कि पेट में भी हल्कापन महसूस होगा। डायजेशन बेहतर होने पर आपके चेहरे में भी निखार आएगा।
अपच की समस्या को ठीक करने के लिए गर्म पानी में सेंधा नमक और जीरा पाउडर मिलाकर भी पी सकते हैं। चाहे तो एक गिलास छाछ में पिसा हुआ जीरा और सेंधा नमक मिलाकर पिएं। इससे भी डाइजेशन बेहतर होता है और अपच के लक्षणों से छुटकारा मिलता है।
अगर आपको अक्सर एसिडिटी की समस्या हो जाती है तो खाने में टमाटर या संतरे जैसी चीजों का इस्तेमाल बंद कर दें।खट्टी चीजे एसिडिटी की समस्या को दो गुना बढ़ा देती हैं। साथ ही आपको मसालेदार और वसा युक्त भोजन से भी दूरी बनानी चाहिए। घरेलू उपाय अपनाकर अपच की समस्या को दूर किया जा सकता है।
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