
हेल्थ डेस्क.मेनोपॉज (menopause) यानी रजोनिवृत्ति के बाद महिलाओं के जीवन में एक अहम मोड़ा आता है। मासिक धर्म चक्र के खत्म होने के दौरान एक महिला का शरीर भारी हार्मोनल परिवर्तनों से गुजरता है। जिसमें अनिद्रा, दिल की धड़कन, बहुत ज्यादा गर्मी का लगना, पसीने आना समेत कई लक्षण नजर आते हैं। पीरियड्स बंद होने के बाद प्रजनन हार्मोन एस्ट्रोजन और प्रोजेस्टेरोन में कमी से महिलाओं में कई शारीरिक और मानसिक बदलाव हो सकते हैं। ये हार्मोन शरीर के लिए कई तरह से फायदे पहुंचाते हैं। लेकिन इनका कम हो जाना हार्ट से जुड़ी कई बीमारियों को भी न्यौता देता है।
कैसे प्रभावित होता है हार्ट
ब्रिटिश हार्ट फाउंडेशन के अनुसार, एस्ट्रोजन के लेबल में कमी से आपकी आर्टरीज यानी धमनियों में फैट जमा हो सकती है। जिससे वो संकरी हो सकती है। । इससे कोरोनरी हार्ट डिजिज, दिल का दौरा या स्ट्रोक होने का खतरा बढ़ सकता है। इसके अतिरिक्त, एस्ट्रोजन का निम्न स्तर वजन बढ़ने, हाई कोलेस्ट्रॉल लेबल, ब्लड प्रेशर में बढ़ोतरी, हार्ट के आसपास फैट की मात्रा में बढ़ोतरी से भी जुड़ा है। जो दिल के दौरे के लिए जोखिम कारक है।
मेनोपॉज के दौरान करें ये 8 काम
हेल्थ एक्सपर्ट के मुताबिक किसी भी संभावित जोखिम कारणों की निगरानी और समाधान के लिए नियमित जांच कराना जरूरी होता है। इसके अलावा लाइफस्टाइल में बदलाव करके भी हम इससे उबर सकते हैं। मेनोपॉज के बाद दिल के दौरे के जोखिम को करने के लिए ये 10 काम कर सकते हैं।
1. हेल्दी डाइट: मेनोपॉज के बाद महिलाओं को अपने डाइट का खास ख्याल रखना चाहिए। फल, सब्जियां, होल ग्रेन, लीन प्रोटीन, और हेल्दी फैट वाली चीजों पर जोर देना चाहिए। फास्ट फूड, ज्यादा नमक को अपने डाइट से हटा देना ही बेहतर होता है।
2.रेगुलर एक्सरसाइज: मांसपेशियों को मजबूत करने वाली गतिविधियों के साथ-साथ प्रति सप्ताह कम से कम 150 मिनट की एक्सरसाइज करना चाहिए। जिसमें से 75 मिनट हैवी एक्सरसाइज पर फोकस करने का टारगेट रखना चाहिए।
3. वेट मैनेज करें: हृदय रोग के जोखिम को कम करने के लिए अपने बॉडी मास इंडेक्स (बीएमआई) को सामान्य सीमा (18.5 से 24.9) के भीतर रखें।
4. धूम्रपान छोड़ें: धूम्रपान से हृदय रोग का खतरा काफी बढ़ जाता है। इसलिए इससे तौबा कर लें। इतना ही नहीं जहां पर लोग धूम्रपान करते हैं वहां पर खड़े भी नहीं होना चाहिए।
5. शराब सीमित करें: शराब का सेवन भी महिलाओं को सीमित कर देना चाहिए। यह हार्ट हेल्थ को बनाए रखने में मदद कर सकता है।
6. तनाव को दूर रखें: तनाव कम करने वाली तकनीकों जैसे गहरी सांस लेना, ध्यान, योग, या मनोरंजक शौक में संलग्न होना का अभ्यास करें।
7.ब्लड और कोलेस्ट्रॉल की निगरानी करें: हार्ट डिजिज के जोखिम को करम करने के लिए ब्लड प्रेशर और कोलेस्ट्रॉल के लेबल की नियमति जांच कराएं।
8. अच्छी नींद लें: हार्ट हेल्थ को बनाएं रखने के लिए हर रात 7-8 घंटे की क्वालिटी वाली नींद लेनी चाहिए।
और पढ़ें:
नहीं हो रही प्रेग्नेंट तो आज से ही खाना कर दें शुरू ये लाल फल, बढ़ जाएंगे प्रेग्नेंसी के चांसेज !
महिलाओं में सबसे ज्यादा वॉटर रिटेंशन की समस्या, जानें इसके 5 कारण