महिलाओं में सबसे ज्यादा वॉटर रिटेंशन की समस्या, जानें इसके 5 कारण
Health Feb 17 2024
Author: Shivangi Chauhan Image Credits:Instagram
Hindi
वाटर रिटेंशन क्या है?
वाटर रिटेंशन ऐसी स्थिति हैं, जिसमें शरीर के आंतरिक भागों, सर्कुलेटरी सिस्टम, टिशूज में पानी भर जाता है और उसके कारण हाथों, पैर के पंजों, टखनों और पैरों में सूजन पैदा होने लगती है।
Image credits: Freepik
Hindi
पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा
वॉटर रिटेंशन की समस्याएं पुरुषों के मुकाबले महिलाओं में ज्यादा देखी जाती है। क्योंकि पीरियड्स के दौरान हॉर्मोन्स वैरिएशन होता है, जिसके कारण वाटर रिटेंशन हो सकता है।
Image credits: Freepik
Hindi
PCOS में वॉटर रिटेंशन
PCOS हार्मोन्स को प्रभावित करता है, जिससे वॉटर रिटेंशन की समस्या हो सकती है। इंसुलिन रेजिस्टेंस के कारण, शरीर के अंदर ग्लूकोज अधिक बना रहता है, जिससे अधिक पानी जमा हो जाता है।
Image credits: social media
Hindi
प्रेगनेंसी भी कारण
गर्भावस्था में भी महिलाओं में वॉटर रिटेंशन बढ़ जाता है। रक्त की बढ़ती मात्रा के कारण, महिलाओं में वॉटर रिटेंशन का खतरा बढ़ जाता है। तभी प्रेगनेंसी में सूजन का सामना करना पड़ता है।
Image credits: pexels
Hindi
हार्मोनल परिवर्तन
महिलाओं के हार्मोन नियंत्रण जैसे मासिक धर्म, गर्भावस्था और प्रजनन तंत्र, वाटर रिटेंशन को बढ़ा सकते हैं। इनके कारण, अत्यधिक पानी जमा हो सकता है, जिससे वाटर रिटेंशन का खतरा होता है।
Image credits: freepik
Hindi
किडनी संबंधी समस्या
किडनी स्टोन, किडनी इंफेक्शन या किडनी की बीमारियों में वाटर रिटेंशन की समस्या को बढ़ सकती हैं। इसमें अल्बुमिन की कमी हो सकती है, जिससे वॉटर रिटेंशन होता है।