रिपोर्ट्स के अनुसार, सुहानी के पैर में फ्रैक्चर हो गया था। इस दौरान उन्होंने जो दवाई ली उसका साइड इफेक्ट हुआ और धीरे-धीरे उसके शरीर में पानी जमा होने लगा, जिससे कारण उनकी मौत हुई।
बताया जा रहा है कि दिल्ली के एम्स अस्पताल में सुहानी भटनागर का लंबे समय से इलाज चल रहा था और अचानक ही शनिवार दोपहर उनकी मौत की खबर से सभी को झटका लगा है।
शरीर में पानी भरना या वॉटर रिटेंशन, इस स्थिति में हाथ, चेहरे और पेट की मांसपेशियों में सूजन आ जाती है। इतना ही नहीं कई बार शरीर में इतना पानी भर जाता है कि इससे मौत तक हो सकती है।
एक्सपर्ट्स के अनुसार, वॉटर रिटेंशन तब होता है जब शरीर मिनरल्स लेवल को संतुलित नहीं कर पाता है और शरीर के टिशू में पानी जमने लगता है। नमक की मात्रा बढ़ने से भी ये समस्या हो सकती है।
वॉटर रिटेंशन की समस्या खून की कमी, नमक या चीनी का ज्यादा सेवन, दिल या लीवर की बीमारी, हार्मोनल इंबैलेंस और दवाइयों के साइड इफेक्ट के कारण भी हो सकती है।
शरीर में पानी जमा होने पर कुछ सामान्य लक्षण नजर आते हैं, जिसमें भूख न लगना, एडी, पैरों, टांगों में दर्द, शरीर के हिस्सों में सूजन, अचानक वजन का बढ़ना, त्वचा पर निशान आदि।
हमें अपनी डाइट में मैग्नीशियम से भरपूर चीजों का सेवन करना चाहिए। इससे वॉटर रिटेंशन की समस्या नहीं होती है। आप अपनी डाइट में दही, हरी सब्जी और नट्स को शामिल करें।
कभी भी एक साथ ढेर सारा पानी हमें नहीं पीना चाहिए। हमेशा थोड़ा-थोड़ा करके पानी पीना चाहिए। शरीर में पोटेशियम की मात्रा बैलेंस करने पर सूजन को कम किया जा सकता है।
आप जिस पोजीशन में बैठते हैं उसे थोड़ी-थोड़ी देर में चेंज करते रहें। सोते समय भी एक पोजीशन में ना सोएं, इससे ब्लड सर्कुलेशन रुक सकता है।