हर 10 में 1 भारतीय किडनी रोगी! लैंसेट की चौंकाने वाली रिपोर्ट-क्या ये नई साइलेंट महामारी है?

Published : Nov 09, 2025, 10:38 AM ISTUpdated : Nov 09, 2025, 10:44 AM IST
138 Million Indians living with kidney disease

सार

लैंसेट रिपोर्ट के अनुसार, भारत में 138 मिलियन लोग क्रोनिक किडनी डिजीज से पीड़ित हैं, जो चीन के बाद दूसरा सबसे बड़ा आंकड़ा है। डायबिटीज, हाई BP और खराब डाइट इसके प्रमुख कारण हैं। एक्सपर्ट्स इसे "साइलेंट महामारी" बता रहे हैं।

Chronic Kidney Disease In India: क्या आप जानते हैं कि भारत अब एक “साइलेंट हेल्थ क्राइसिस” की तरफ बढ़ रहा है? लैंसेट में प्रकाशित एक नई रिपोर्ट ने चौंकाने वाला खुलासा किया है-भारत में करीब 138 मिलियन लोग किडनी की बीमारी (Chronic Kidney Disease - CKD) से जूझ रहे हैं। यह संख्या चीन के बाद दुनिया में दूसरे नंबर पर है।

किडनी डिजीज भारत में इतनी तेजी से क्यों फैल रही है?

रिपोर्ट के अनुसार, भारत में किडनी डिजीज तेजी से फैल रही है क्योंकि यहां के लोग अक्सर डायबिटीज, हाई ब्लड प्रेशर और मोटापे जैसी बीमारियों से ग्रसित हैं। यही तीनों वजहें किडनी को धीरे-धीरे नुकसान पहुंचाती हैं। इसके साथ ही, कम फल-सब्ज़ियां खाना, ज़्यादा नमक और प्रोसेस्ड फूड्स का सेवन भी इस बीमारी के जोखिम को कई गुना बढ़ा देता है। स्टडी कहती है कि भारत जैसे विकासशील देशों में लोग समय पर जांच नहीं करवाते, जिसकी वजह से बीमारी आखिरी स्टेज में पकड़ी जाती है कि जब किडनी फेल्योर का खतरा बढ़ चुका होता है।

लैंसेट स्टडी में क्या खुलासा हुआ है?

यूनिवर्सिटी ऑफ वाशिंगटन के इंस्टीट्यूट फॉर हेल्थ मेट्रिक्स एंड इवैल्यूएशन (IHME) के रिसर्चर्स ने 1990 से 2023 तक 204 देशों का डेटा खंगाला। नतीजा- CKD अब दुनिया में मौत का नौवां सबसे बड़ा कारण बन चुका है। सिर्फ 2023 में ही करीब 15 लाख लोगों की मौत इस बीमारी से हुई। सबसे ज्यादा मामले चीन (152 मिलियन) और भारत (138 मिलियन) में दर्ज किए गए। IHME के प्रोफेसर थियो वोस के अनुसार, “किडनी डिजीज अब एक साइलेंट महामारी बन चुकी है। इसकी सबसे खतरनाक बात ये है कि यह बिना लक्षणों के शरीर को नुकसान पहुंचाती रहती है।”

क्या किडनी डिजीज का दिल की बीमारियों से संबंध है?

  • हां, और यह संबंध बेहद गंभीर है। रिपोर्ट के मुताबिक, CKD दिल की बीमारियों का सातवां बड़ा कारण है।
  • 2023 में लगभग 12% हृदय रोग से होने वाली मौतों का सीधा संबंध किडनी डिजीज से पाया गया।
  • यानी अगर आपकी किडनी कमजोर है, तो आपका दिल भी खतरे में है।

क्या हमारी डाइट जिम्मेदार है?

  • जी हाँ! रिपोर्ट के अनुसार, भारतीयों की खाने की आदतें भी इस बीमारी को बढ़ा रही हैं।
  • कम फल-सब्ज़ियां, ज़्यादा नमक, और तले हुए खाद्य पदार्थ किडनी के लिए बेहद नुकसानदेह हैं।
  • रिसर्चर्स का कहना है कि हेल्दी डाइट, नियमित चेकअप और पानी की पर्याप्त मात्रा किडनी को लंबे समय तक स्वस्थ रख सकती है।

किडनी की बीमारी से कैसे बचें?

एक्सपर्ट्स के मुताबिक, अगर समय रहते डायग्नोसिस हो जाए तो बीमारी को कंट्रोल किया जा सकता है।

  • साल में एक बार ब्लड और यूरिन टेस्ट जरूर कराएं।
  • नमक और चीनी का सेवन कम करें।
  • ब्लड प्रेशर और शुगर लेवल पर नज़र रखें।
  • धूम्रपान और अल्कोहल से दूरी बनाएं।

तेजी से बढ़ रही किडनी डिजीज

  • भारत में किडनी डिजीज तेजी से बढ़ रही है और यह अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य संकट का रूप ले रही है।
  • सरकार और आम जनता दोनों को इस दिशा में गंभीर कदम उठाने की जरूरत है।
  • “किडनी की सेहत” अब सिर्फ डॉक्टर की नहीं, हर भारतीय की जिम्मेदारी है।

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