
आज यानी 21 मई को International Tea Day मनाया जाता है, चलिए इस खास दिन पर जानते हैं इसके बारे में जो भारत ही नहीं, पूरी दुनिया में करोड़ों लोगों के दिन की शुरुआत बन चुका है। चाय किसी के लिए अमृत साबित हो सकती है तो किसी के लिए धीमा ज़हर भी? चाय तब तक अमृत है, जब तक आप इसे संयम और समझदारी से पीते हैं। लेकिन वही चाय यदि आदत या लत बन जाए, तो धीरे-धीरे शरीर को नुकसान पहुंचाने लगती है। International Tea Day पर संकल्प लें कि चाय को स्मार्ट और हेल्दी तरीके से पिएंगे – ताकि स्वाद, सुकून और स्वास्थ्य तीनों का संतुलन बना रहे।
चाय में मौजूद कैफीन दिमाग को सतर्क रखने में मदद करता है और आलस्य दूर करता है।
ग्रीन टी और ब्लैक टी में मौजूद पॉलीफेनॉल्स शरीर को डिटॉक्स करते हैं और इम्युनिटी को बूस्ट करते हैं।
अदरक या तुलसी वाली चाय पाचन में सुधार करती है और पेट की गैस, अपच आदि में राहत देती है।
शाम को एक कप हल्की चाय मूड को रिलैक्स करती है और स्ट्रेस हार्मोन को बैलेंस करती है।
खाली पेट चाय एसिडिटी और गैस का कारण बनती है। इससे मेटाबॉलिज्म भी बिगड़ सकता है।
दिन में 3-4 कप से ज़्यादा चाय पीने से शरीर में पानी की कमी हो सकती है और नींद भी प्रभावित हो सकती है।
ज़्यादा शक्कर और फुल क्रीम दूध वाली चाय कैलोरीज़ बढ़ाती है और फैट जमा करती है।
चाय में टैनिन्स होते हैं जो आयरन के अवशोषण को रोकते हैं, जिससे एनीमिया की संभावना बढ़ती है।