
Study On UTI: एक नई रिसर्च में दावा किया गया है कि बार-बार होने वाला मूत्र संक्रमण (UTI) केवल व्यक्तिगत स्वच्छता की समस्या नहीं है, बल्कि इसका कनेक्शन फूड सेफ्टी से भी हो सकता है। जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी के वैज्ञानिकों की स्टडी के अनुसार, हर पांच में से एक UTI (लगभग 18%) ऐसा है, जो मांस में मौजूद E. coli बैक्टीरिया के कारण हो सकता है।
शोधकर्ताओं ने पाया कि चिकन और टर्की (Turkey) जैसे पोल्ट्री मीट में E. coli के सबसे खतरनाक स्ट्रेन पाए गए। ये वही बैक्टीरिया हैं जो फूड पॉइजनिंग के लिए भी जिम्मेदार होते हैं।
रिसर्च के अनुसार, कम आय वाले इलाकों में रहने वाले लोगों में ऐसे फूड-बॉर्न UTI का खतरा 60% तक अधिक होता है। क्योंकि वो जो मीट लेकर आते हैं, वो काफी खराब स्थिति में पलते हैं।
जो जॉर्ज वॉशिंगटन यूनिवर्सिटी में पर्यावरण और स्वास्थ्य विभाग से जुड़े प्रोफेसर लांस बी. प्राइस ने बताया कि UTI को अब सिर्फ व्यक्तिगत स्वास्थ्य समस्या नहीं माना जा सकता। हमारे रिजल्ट बताते हैं कि यह फूड सेफ्टी का भी बड़ा मुद्दा है। शोधकर्ता अब यह पता लगाने की कोशिश कर रहे हैं कि मांस के कौन से स्रोत सबसे ज्यादा संक्रमण फैलाते हैं, ताकि भविष्य में ऐसे फूड-बॉर्न इंफेक्शन को रोका जा सके।
वैज्ञानिकों ने लोगों को कुछ जरूरी सावधानियां बरतने की सलाह दी है –
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यूटीआई यानी Urinary Tract Infection एक बैक्टीरियल इंफेक्शन है जो पेशाब की नली (urethra), ब्लैडर या किडनी में संक्रमण पैदा करता है। यह महिलाओं में ज्यादा पाया जाता है।
जब बैक्टीरिया (जैसे E. coli) पेशाब की नली में प्रवेश करते हैं और ब्लैडर तक पहुंच जाते हैं, तो यूटीआई होता है। गलत साफ-सफाई, कम पानी पीना, लंबे समय तक पेशाब रोकना या कच्चे मीट से संक्रमण होना इसके मुख्य कारण हैं।
ज्यादा पानी पिएं ताकि बैक्टीरिया शरीर से बाहर निकलें। टॉयलेट हाइजीन का ध्यान रखें। मीट को अच्छे से पकाएं और साफ रसोई में तैयार करें। अगर बार-बार संक्रमण होता है, तो डॉक्टर से सलाह लें।
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