National Doctor's Day 2024: भारत के 5 महान डॉक्टर्स , जिनके नाम है मेडिकल जगत की ये बड़ी उपलब्धियां

भारत में 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है। इस मौके पर हम भारत के टॉप 10 डॉक्टर्स के बारे में बता रहे हैं। जिन्हें मेडिकल जगत में जनसेवा के लिए जाना जाता है।

Nitu Kumari | Published : Jul 1, 2024 3:04 AM IST

हेल्थ डेस्क. 1 जुलाई को नेशनल डॉक्टर्स डे मनाया जाता है।इस दिन को मनाने की शुरुआत 1991 को डॉ. बिधान चंद्र रॉय की याद में की गई थीं। 1 जुलाई 1882 को बिहार के पटना में जन्में डॉ. बिधान चंद्र रॉय एक महान डॉक्टर थे और उन्होंने कई अस्पतालों को खोलने में योगदान दिया था। इसके साथ ही कम फीस में मरीजों को देखते थे। हम यहां पर राष्ट्रीय डॉक्टर्स डे (National Doctor Day) के खास मौके पर भारत के टॉप 10 डॉक्टर्स के बारे में बता रहे हैं। जो अपनी कुशलता के लिए देश-विदेश में फेमस हैं।

डॉक्टर अशोक सेठ

डॉक्टर अशोक सेठ एक इंडियन इंटरवेशनल कार्डियोलॉजिस्ट (cardiologist) हैं। इन्होंने अभी तक 50,000 से अधिक एंजियोग्राम और 20,000 एंजियोप्लास्टी किया है। जिसकी वजह से इनका नाम लिम्का बुक ऑफ रिकॉर्ड्स में दर्ज है। उन्हें साल 2003 में सराहनीय काम के लिए पद्म श्री से नवाजा गया। साल 2015 में तीसरा सर्वोच्च भारतीय नागरिक पद्म भूषण पुरस्कार भी मिला।ये फोर्टिस हेल्थकेयर में कार्डिवस्कुलर साइंस और कार्डियोलॉजी कांउसिल के विभाग के अध्यक्ष भी हैं। हार्ट डिजिज को लेकर डॉक्टर अशोक का कहना है कि हार्ट डिजीज से होने वाली 25 प्रतिशत मौतें भारत में होती है। इसका कारण हमारा खराब रहन सहन है। युवाओं में हार्ट अटैक से मौत का ग्राफ बढ़ रहा है। समय रहते हमें अपने दिल को

डॉक्टर अशोक राजगोपाल

डॉक्टर अशोक राजगोपाल आर्थोपेडिक सर्जन हैं। इन्होंने घुटने के ऑपरेशन में महारत हासिल की है। इन्होंने 20,000 ऑर्थ्रोस्कोपिक और 35,000 से अधिक टोटल नी आर्थ्रोप्लास्टी सर्जरी करने का श्रेय दिया जाता है। इनके पास 32 साल का अनुभव हैं। डॉ. अशोक ने 12 घंटे के अंदर 28 नी रिप्लेसमेंट करने का गौरव हासिल है। भारत के टॉप 10 डॉक्टर्स में से एक अशोक राजगोपाल वर्तमान में दिल्ली एनसीआर के मेदांता अस्पताल में पोस्टेड हैं। इन्हें पद्म श्री अवार्ड से नवाजा गया है। इसके अलावा बीसी रॉय राष्ट्रीय पुरस्कार से भी सम्मानित किया गया है।

डॉक्टर योगी एरोन

योगी एरोन एक फेमस प्लास्टिक सर्जन हैं। साल 2020 में उन्हें मेडिकल के क्षेत्र में उनके काम के लिए पद्म श्री से सम्मानित किया गया। वो डॉ. योगी एरोन पिछले 25 साल से जले हुए गरीब लोगों का इलाज फ्री कर रहे हैं। वो साल में 2 बार सप्ताह में एक कैंप आयोजित करते हैं। जिसमें वो गरीब मरीजों का इलाज करते हैं। वो होठों, गालों, नाक और चेहरे के अन्य हिस्सों का इलाज किया जाता है जिन्हें उपचार की जरूरत है।

डॉक्टर मंजुला अनागानी

डॉक्टर मंजुला अनागानी एक फेमस गायनेकोलॉजिक सर्जन हैं। स्त्री रोग को ठीक करने में उन्हें महारात हासिल है। इनके नाम कई उपलब्धियां दर्ज हैं। जैसे उन्होंने रोबोटिक सर्जरी, प्रीनेटल जेनेटिक इवैल्यूएशन (prenatal genetic evaluation) और लैप्रोस्कोपिक ट्रेनिंग (laparoscopic training) में हिस्सा लिया। इसके अलावा लैप्रोस्कोपी में नई तकनीकों को विकसित करना और सर्जरी को कम जटिल बनाने के लिए न्यूनतम इनवेसिव सर्जरी शामिल है। इन्होंने 10,000 से अधिक लैप्रोस्कोपिक सर्जरी की हैं। प्राथमिक अमीनोरिया पर काम करने के लिए इन्हें जाना जाता है। इसके साथ ही 40 साल के मरीज के 84 फाइब्रॉएड को सफलतापूर्वक निकाला, जिनका वजन लगभग 4 किलोग्राम था। इस ऑपरेशन को करने के बाद इनका नाम गिनीज वर्ल्ड रिकॉर्ड्स में दर्ज किया गया। भारत सरकार ने इन्हें पद्मश्री से सम्मानित किया है।

डॉक्टर एस.एस. बद्रीनाथ

डॉक्टर एस.एस. बद्रीनाथ जिनका पूरा नाम सेंगामेडु श्रीनिवास बद्रीनाथ हैं वो चेन्नई के शंकर नेत्रालय के चेयरमैन एमेरिटस हैं। उन्होंने कुछ लोगों के साथ मिलकर मेडिकल एंड विजन रिसर्च फाउंडेशन की स्थापना की। हर दिन अस्पताल में औसतन 1200 मरीज आते हैं और हर दिन लगभग 100 सर्जरी की जाती हैं।शंकर नेत्रालय भारत के सबसे बड़े चैरिटेबल आई हॉस्पिटल्स में से एक है।

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