मधुमेह यानी डायबिटीज के पेशेंट के लिए एक खुशखबरी सामने आई है। उन्हें रोज-रोज इंसुलिन लेने के झंझट से छुटाकारा मिल सकता है। भारत के बाजार में बहुत जल्द एक हफ्ते में एक बार लेने वाला इंसुलिन लॉन्च होने वाला है।
हेल्थ डेस्क. भारत को अक्सर डायबिटीज कैपिटल कहा जाता है। यहां दुनिया के डायबिटीज पेशेंट की कुल संख्या का 17 प्रतिशत हैं। भारत में वर्तमान में करीब 80 मिलियन लोग मधुमेह से पीड़ित हैं और यह संख्या 2045 तक बढ़कर 135 मिलियन हो जाने की उम्मीद है। कई ऐसे मरीज हैं जिन्हें हर दिन इंसुलिन लेना पड़ता है। ये बहुत ही कष्टकारी होता है। डायबिटीज यानी मधुमेह पीड़ित को राहत देने वाली खबर इंसुलिन बनाने वाली कंपनी नोवो नोर्डिस्क ने सुनाई है। वो हफ्ते में एक बार लेने वाला इंसुलिन लॉन्च करने की योजना बना रही है। इसे साल 2025 के दूसरे क्वार्टर में भारत में लॉन्च किया जा सकता है। कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जॉन सी डॉबर ने यह जानकारी दी है।
डेनमार्क स्थित नोवो नार्डिस्क ( Novo Nordisk’s ) कंपनी रोज-रोज इंसुलिन लेने की बजाय अब हफ्ते में एक बार इंसुलिन के खुराक पर काम कर रही है। अगर यह इंसुलिन बन जाता है तो भारत में में 7.7 करोड़ से अधिक मधुमेह रोगियों के लिए गेम-चेंजर साबित हो सकता है। भारत में डायबिटीज पेशेंट में से करीब 50 लाख ऐसे मरीज हैं जो इंसुलिन पर निर्भर हैं।
27 साइट्स पर वन्स ए वीक इंसुलिन का हो रहा टेस्ट
कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर जॉन सी डॉबर ने न्यूज 18 से बातचीत में कहा कि कंपनी टेस्ट से पॉजिटिव रिजल्ट की उम्मीद कर रहा है। वास्तव में इस टेस्ट के सबसे बड़े केंद्र भारत में रखे गए हैं। कंपनी 27 साइट्स पर टेस्ट कर रही है औ इसमें भारत से 217 रोगियों को शामिल किया गया है।
2025 की तिमाही में भारत में लॉन्च हो सकता है इंसुलिन
वहीं, नोवो नॉर्डिस्क इंडिया के कॉरपोरेट वाइस प्रेसिडेंट और मैनेजिंग डायरेक्टर विक्रांत श्रोत्रिय ने कहा कि अगर सब कुछ प्लान के मुताबिक रहा तो 2025 की दूसरी तिमाही तक प्रोडक्ट लॉन्च होने की संभावना है। वैश्विक या अमेरिकी बाजार और भारत में उत्पाद के लॉन्च के बीच आम तौर पर 9 महीने से एक साल का अंतर होता है। इसके पीछे वजह रेगुलेटरी प्रोसिजर होता है। उन्होंने आगे कहा कि भारत हमारी वैश्विक योजनाओं का एक बहुत महत्वपूर्ण हिस्सा है। आखिरकार, मैं एक भारतीय हूं और मैं कंपनी का सर्वश्रेष्ठ यहां लेकर आऊंगा।
ग्रोथ हार्मोन लॉन्च करने की योजना
16 फरवरी को 100वीं सालगिरह माने वाली दिग्गज फार्मा कंपनी के मैनेजिंग डायरेक्टर ने कहा कि कंपनी विलंबित विकास का इलाज करने के उद्देश्य से सप्ताह में एक बार ग्रोथ हार्मोन लॉन्च करने की भी उम्मीद कर रही है। आज, ग्रोथ हार्मोन दिन में एक बार होता है लेकिन हम सप्ताह में एक बार इसे करने की योजना बना रहे हैं।
इंसुलिन की कीमत एक कप कॉफी से भी कम
इंसुलिन के दाम पर विक्रांत श्रोत्रिय ने कहा कि बीमारी का प्रबंधन न करने की लागत इसे प्रबंधित करने की तुलना में 10 गुना अधिक है।आज मानव इंसुलिन के इलाज की लागत सड़क के किनारे एक कप कॉफी से भी कम है। कोई भी जब नया इनोवेशन लॉन्च होता है तो हमें बस यह सुनिश्चित करना होता है कि हमारे पास दुनिया भर में सामान्य मूल्य बेंचमार्क हो। हम मूल्य निर्धारण का ध्यान रखते हैं और कीमतों को उस सीमा के भीतर रखा जाता है जो समान आर्थिक क्षेत्र में आने वाले सभी देशों के लिए स्वीकार्य है।
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