कंडोम, नसबंदी से पुरुषों को अब छुटकारा मिलने वाला है। पार्टनर के साथ वो खुलकर बिना किसी बाधा के फिजिकल रिलेशनशिप बना सकते हैं। बस उन्हें एक गोली खानी होगी। जी हां, पुरुषों के लिए गर्भनिरोधक गोली बना ली गई है।प्रीक्लिनिकल ट्रायल में यह सफल हुआ है।
हेल्थ डेस्क. गर्भनिरोधक गोलियों (contraceptive pills) का नाम सुनते ही मन में महिलाओं का ख्याल आता है। अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए महिलाएं इसका इस्तेमाल करती हैं। लेकिन मार्केट में पुरुष गर्भनिरोध गोलियां आने वाली हैं। जी हां, कंडोम के साथ-साथ अब अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए पुरुषों को एक और ऑप्शन मिलने वाला है। प्रीक्लिनिकल ट्रायल में यह गोलियां स्पर्म को रोकने में सफल साबित हुआ है। इस खोज को वैज्ञानिकों ने 'गेम चेंजर' के रूप में बताया है।
गेम चेंजर होगा पुरुष गर्भनिरोधक
रिसर्च के नतीजे 14 फरवरी यानी वैलेंटाइन डे के दिन नेचर कम्युनिकेशंस जर्नल (journal Nature Communications) में प्रकाशित किया गया।वेइल कॉर्नेल मेडिसिन पर प्रकाशित एक रिपोर्ट में शोध के लेखक डॉ जोचेन बक और डॉ लोनी लेविन ने बताया कि गर्भनिरोधक का खोज गेम चेंजर है। करीब 2000 सालों से कंडोम और नसंबदी पुरुषों के गर्भनिरोधक का एक मात्र तरीके रहे हैं। अतीत में पुरुषों के लिए ओरल गर्भनिरोधक पर शोध किया गया। इसका कोई रिजल्ट नहीं सामने आया। लेकिन इस बार सफलता हाथ लगी हैं। यह सुरक्षित और दुष्प्रभावों को कम करने वाला होगा।
जल्द ही फार्मेसी शॉप पर मिलेगी दवा
लेविन बताते हैं कि पुरुष गर्भवास्था से जुड़े जोखिम को सहन नहीं करते हैं। इसलिए संभावित गर्भनिरोध अनचाही प्रेग्नेंसी को रोकने के लिए ज्यादा असरदार होगा। उन्होंने बताया कि उनका अगला कदम प्रीक्लिनिकल ट्रायल होगा। जो ह्यूमन यानि पुरुषों पर किया जाएगा। उन्हें उम्मीद है कि यह सफल होगा और फार्मेसी के दुकान पर मेल गर्भनिरोधक गोली मांगने के साथ खत्म होगा।
स्पर्म को ढाई घंटे के लिए निष्क्रिय कर देता है
लैब में जब गर्भनिरोध दवा का प्रयोग चूहों पर किया गया। जैसे ही चूहों को यह दवा दी गई उनका स्पर्म ढाई घंटे तक निष्क्रिया हो गया। इसका असर महिला प्रजनन के रास्ते में भी देखा गया। तीन घंटे बाद स्पर्म एक्टिव होने लगे। 24 घंटे में सभी स्पर्म पूरी तरह एक्टिव हो गए थे। गर्भनिरोध गोली देने के बाद क्या इसका असर सेक्स पर पड़ता है? इसे लेकर कहा गया कि चूहों के सेक्स एक्टिविटी पर कोई असर नहीं पड़ा। 52 बार अलग-अलग संभोग प्रयासों के आधार पर इस रिपोर्ट को तैयार किया गया।
चूहों पर सफल रहा प्रयोग
रिसर्च में काम करने वाले डॉ मेलानी बालबैक के अनुसार, गर्भ निरोधक खाने के 30 से 60 मिनट के भीतर काम करना शुरू कर देता है। इसकी तुलना में, उन्होंने दावा किया कि हर दूसरे प्रायोगिक हार्मोनल या गैर-हार्मोनल पुरुष गर्भनिरोधक में स्पर्म की संख्या कम करने या उन्हें एग को निषेचित करने में असमर्थ होने के लिए एक सप्ताह का वक्त लगता है। इनता ही नहीं इस गर्भनिरोधक का असर कुछ घंटों में खत्म हो जाता है। जबकि अन्य दवाओं का इफेक्ट खत्म होने में सात दिनों का वक्त लग जाते हैं।
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