क्वालिटी कंट्रोल टेस्ट में पैरासिटामोल फेल, कर सकते हैं इन विकल्पों का इस्तेमाल

CDSCO द्वारा किए गए टेस्ट में पैरासिटामोल समेत 53 दवाएं फेल हो गई हैं। रिपोर्ट के अनुसार, इबुप्रोफेन, डिक्लोफेनाक और निमेसुलाइड इसके विकल्प के रूप में इस्तेमाल किए जा सकते हैं।  

हेल्थ डेस्क। सर्दी, खांसी और बुखार होने अगर पैरासिटामोल आपकी पसंदीदा दवा है तो अब इसका विकल्प तलाशने का समय आ गया है। CDSCO (Central Drugs Standards Control Organisation) द्वारा किए गए क्वालिटी कंट्रोल टेस्ट में यह 53 अन्य दवाओं के साथ फेल हो गया है। इसे NSQ (Not of Standard Quality) बताया गया है।

अब सवाल यह है कि पैरासिटामोल नहीं लें तो हम इसकी जगह पर किस दवा का इस्तेमाल कर सकते हैं? हिंदुस्तान टाइम्स की रिपोर्ट के अनुसार डॉ. मिनेश मेहता ने बताया है कि पैरासिटामोल की जगह इबुप्रोफेन, डिक्लोफेनाक, मेप्रोसिन, मेफ्टाल और निमेसुलाइड का इस्तेमाल किया जा सकता है।

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इबुप्रोफेन: इबुप्रोफेन पैरासिटामोल की तरह दर्द का इलाज करता है। इसे बुखार होने पर भी ले सकते हैं। यह नॉन-स्टेरॉयडल एंटी-इंफ्लेमेटरी (NSAID) दवा है। इससे सूजन कम होता है।

निमेसुलाइड: निमेसुलाइड बुखार, सामान्य बेचैनी और स्थानीय दर्द होने पर खा सकते हैं। यह पैरासिटामोल की तरह की आराम पहुंचाएगा।

डिक्लोफेनाक: दर्द के मामले में डिक्लोफेनाक पैरासिटामोल से भी अच्छा काम करता है।

प्राकृतिक उपचार से भी हो सकते हैं ठीक

सर्दी, खांसी और बुखार प्राकृतिक उपचार से भी ठीक हो सकता है। आइए कुछ घरेलू इलाज पर नजर डालें जो सर्दी और खांसी के समय आपके लिए मददगार साबित होंगे।

गर्म तरल पदार्थ: पानी, हर्बल चाय और सूप जैसे बहुत सारे तरल पदार्थ पीने से शरीर को हाइड्रेटेड रखने के साथ-साथ गले की खराश को कम करने में मदद मिलती है। अदरक या पुदीने की चाय बेचैनी को शांत करने और पसीना बढ़ाने में मदद कर सकती है। इससे शरीर ठंडा होता है।

भाप: एक पैन में उबलता हुआ गर्म पानी लें। कम से कम 10 मिनट तक अपने सिर पर तौलिया रखकर कटोरे पर झुकें और भाप लें। इससे खांसी कम करने में मदद मिलती है और बंद नाक साफ होता है।

गीला कपड़ा: अगर बुखार अधिक है तो माथे, कलाई या गर्दन पर ठंडा, नम कपड़ा रखें। इससे शरीर का तापमान कम होता है। गुनगुने पानी से नहाने से भी बुखार को धीरे-धीरे कम करने में मदद मिल सकती है।

आराम: पर्याप्त आराम सुनिश्चित करें। इससे शरीर को संक्रमण से लड़ने में मदद मिलेगी। यह अक्सर बुखार का मूल कारण होता है।

हल्दी वाला दूध: हल्दी वाला दूध पीने से आपको सर्दी और दर्द से राहत मिल सकती है। इसमें सूजन कम करने की ताकत होती है। इसके साथ ही बुखार में भी काम आता है।

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