
Heat Stroke: गर्मी के इस मौसम में सेहत का खास ख्याल रखने की जरूरत होती है। बढ़ते तापमान से कई बीमारियों का खतरा बढ़ जाता है। पानी की कमी से शरीर को काफी नुकसान हो सकता है। वैसे तो यह मौसम हर किसी की सेहत के लिए अच्छा नहीं होता, लेकिन बच्चों के लिए इसका खतरा थोड़ा ज्यादा होता है। गर्मी में बच्चों को तीन बीमारियों का ज्यादा खतरा होता है। ये बीमारियां कौन सी हैं और इनसे कैसे बचा जा सकता है।
डॉक्टर के अनुसार जब तापमान बढ़ता है तो शरीर में पानी की कमी हो जाती है। इस मौसम में डायरिया का खतरा सबसे ज्यादा होता है। गर्मी की वजह से पानी और खाने-पीने की चीजों में बैक्टीरिया और वायरस बढ़ जाते हैं। ऐसी चीजें खाने से ये बैक्टीरिया पेट में चले जाते हैं और इस वजह से डायरिया होता है। डायरिया के लक्षणों में बार-बार डायरिया होना, पेट में दर्द होना और उल्टी होना शामिल है। डायरिया के इलाज के लिए डॉक्टर बच्चों को पर्याप्त पानी और इलेक्ट्रोलाइट्स देते हैं।
गर्मी में हीट स्ट्रोक का खतरा इसलिए बढ़ जाता है क्योंकि बच्चों का शरीर तापमान को नियंत्रित नहीं कर पाता। ऐसा बहुत देर तक धूप में रहने की वजह से होता है। ऐसे में बच्चों को स्कूल से लाते समय इस बात का ध्यान रखें कि वे धूप में न रहें। उनका सिर ढक कर रखें। बच्चों को छाते से ढक कर रखें और उन्हें हर घंटे पानी पीने की सलाह दें। अगर किसी बच्चे को तेज बुखार, सिर दर्द और चक्कर आ रहा है तो उसे तुरंत अस्पताल ले जाएं। ये हीट स्ट्रोक के लक्षण हो सकते हैं।
गर्मियों में टाइफाइड का खतरा भी बढ़ जाता है। इस मौसम में दूषित पानी और बासी खाना खाने से बैक्टीरियल इंफेक्शन होता है। जिससे टाइफाइड होता है। टाइफाइड के लक्षणों में बुखार, सिर दर्द और पेट दर्द शामिल हैं। अगर किसी बच्चे में तीन दिन से ज्यादा ये लक्षण दिख रहे हैं तो उसकी टाइफाइड की जांच करवाएं। अगर रिपोर्ट पॉजिटिव आती है तो बच्चे को एंटीबायोटिक्स दी जाती हैं।