बुढ़ापा आने पर सफेद बाल आना, चेहरे पर झुर्रियां और रेखाएं पड़ना बहुत आम है। उम्र बढ़ने पर हर किसी को झुर्रियां जरूर आती हैं। हालांकि कुछ लोगों को कम उम्र में ही चेहरे पर झुर्रियां पड़ जाती हैं। इसके कई कारण हैं। बिना किसी सुरक्षा के धूप में ज्यादा देर तक रहना, प्रदूषण, पानी कम पीना, त्वचा की देखभाल करने वाले उत्पादों का उपयोग न करना आदि के कारण भी कम उम्र में ही चेहरे पर झुर्रियां पड़ जाती हैं। इसके अलावा, जब आपकी त्वचा नमी और эластиसिटी खो देती है, तो झुर्रियां और रेखाएं और भी गहरी हो जाती हैं। साथ ही ये चेहरे पर साफ दिखाई देने लगती हैं। इन झुर्रियों को गायब करना संभव नहीं है। लेकिन उम्र बढ़ने के संकेतों को धीमा जरूर किया जा सकता है।
झुर्रियों का सबसे बड़ा कारण बुढ़ापा है। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि समय के साथ हमारी त्वचा स्वाभाविक रूप से रूखी और पतली हो जाती है। साथ ही कम эластиसिटी होने के कारण भी झुर्रियां पड़ती हैं। इसके अलावा, सूरज से निकलने वाली यूवी किरणें कोलेजन और इलास्टिन को नष्ट कर देती हैं। ये आवश्यक प्रोटीन हैं जो हमारी त्वचा को कोमल बनाए रखते हैं। इनके टूटने से झुर्रियां पड़ती हैं। साथ ही धूम्रपान करने से भी झुर्रियां पड़ती हैं। इससे त्वचा में रक्त का प्रवाह कम हो जाता है। कोलेजन का उत्पादन कम हो जाता है। इससे त्वचा की उम्र बढ़ने की प्रक्रिया तेज हो जाती है।
चेहरे के कुछ भाव बनाने से भी झुर्रियां पड़ सकती हैं। यानी आंख मारना या मुस्कुराना जैसे बार-बार चेहरे के भाव बनाने से भी त्वचा पर स्थायी रूप से रेखाएं पड़ जाती हैं। इसके अलावा, अगर आपकी त्वचा में नमी कम है, तो भी झुर्रियां ज्यादा दिखाई देती हैं। जेनेटिक्स के कारण भी झुर्रियां पड़ सकती हैं। साथ ही शरीर में विटामिन और एंटीऑक्सीडेंट जैसे पोषक तत्वों की कमी से भी त्वचा की सेहत खराब होती है। नींद की कमी भी समय से पहले बुढ़ापा आने का कारण बनती है।
धूप से बचाव
चाहे आप घर के अंदर हों या बाहर काम कर रहे हों, अपनी त्वचा को धूप से बचाना बहुत जरूरी है। इसलिए बाहर जाते समय सिर पर टोपी जरूर लगाएं। साथ ही धूप से बचने के लिए फुलहैंड कपड़े पहनें। इसके अलावा, यूवी किरणों से बचने के लिए धूप का चश्मा जरूर पहनें। अमेरिकन एकेडमी ऑफ डर्मेटोलॉजी एसोसिएशन के अनुसार.. सन प्रोटेक्शन फैक्टर 30 वाला ब्रॉड-स्पेक्ट्रम और वाटर रेसिस्टेंट सनस्क्रीन इस्तेमाल करना चाहिए।
एलोवेरा जेल
एलोवेरा जेल हमारी त्वचा के लिए बहुत फायदेमंद होता है। क्लिनिकल, कॉस्मेटिक एंड इन्वेस्टिगेशनल डर्मेटोलॉजी जर्नल में प्रकाशित 2015 के एक अध्ययन में पाया गया कि.. 20 से 50 साल की उम्र के लोगों ने 8 हफ्ते तक एलोवेरा सप्लीमेंट लिया। इससे उनके चेहरे की झुर्रियां काफी हद तक कम हो गईं। एलोवेरा जेल त्वचा को नमी प्रदान करता है। साथ ही कोलेजन के उत्पादन को भी बढ़ाता है। इसके लिए आप ताजा एलोवेरा जेल अपने चेहरे पर लगा सकते हैं। चेहरे पर 15 से 20 मिनट तक लगा रहने के बाद धो लें। ऐसा रोज करने से झुर्रियां काफी हद तक कम हो जाती हैं।
नारियल का तेल
जी हां, नारियल का तेल भी चेहरे की झुर्रियों को दूर करने में बहुत प्रभावी होता है। नारियल तेल के इस्तेमाल से आपकी त्वचा हाइड्रेट रहती है। रात को सोने से पहले थोड़ा सा नारियल तेल चेहरे पर लगाकर कुछ देर मसाज करें।
केले का मास्क
केले में मौजूद सिलिका त्वचा में कोलेजन के संश्लेषण में मदद करता है। यह मांसपेशियों, त्वचा और हड्डियों के लिए बहुत जरूरी है। चेहरे की झुर्रियां दूर करने के लिए अच्छे से पके हुए केले के गूदे को DIY फेस मास्क की तरह लगाएं। 20 मिनट बाद चेहरे को अच्छी तरह से धो लें। इससे सूजन कम होती है।
शहद और दही का मास्क
शहद आपकी त्वचा को नमी प्रदान करता है। जबकि दही त्वचा की эластиसिटी को बेहतर बनाता है। 2011 में जर्नल ऑफ कॉस्मेटिक साइंस में प्रकाशित एक शोध में यह बात सामने आई थी। सा plain दही लेकर उसमें शहद मिलाकर चेहरे पर लगाना चाहिए। 15 से 20 मिनट बाद साफ पानी से धो लें। हफ्ते में एक बार इस होममेड फेस मास्क का इस्तेमाल करने से झुर्रियां कम होंगी और आपके चेहरे पर निखार आएगा।
अंडे की सफेदी का मास्क
अंडे की सफेदी का फेस मास्क भी आपकी त्वचा को स्वस्थ रखने में मदद करता है। अंडे की सफेदी आपकी त्वचा को टाइट करने, महीन रेखाओं और झुर्रियों को कम करने में बहुत मददगार होती है। इसके लिए अंडे की सफेदी को सीधे चेहरे पर लगाएं। इसे पूरी तरह सूखने तक लगा रहने दें और बाद में धो लें। हफ्ते में दो बार अंडे की सफेदी का फेस मास्क लगाने से अच्छा फायदा मिलता है।