Coronavirus का आया नया वैरियंट, UAE में एक शख्स को हुआ जानलेवा Infection!

Published : Jul 25, 2023, 06:07 PM ISTUpdated : Jul 25, 2023, 06:25 PM IST
Middle East Respiratory Syndrome Coronavirus

सार

Middle East Respiratory Syndrome Coronavirus: विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार (24 जुलाई) को एक बड़ी खबर दी है। संगठन ने अबू धाबी के अल ऐन शहर के 28 वर्षीय पुरुष में मिडिल ईस्ट श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस (MERS-CoV) के एक मामले की पुष्टि की है।

हेल्थ डेस्क: कोरोना वायरस का खतरा अभी पूरी तरह से टला नहीं है। अब इस जानलेवा बीमारी का एक वैरियंट सुर्खियों में हैं जो कि यूएई में पाया गया है। इसी महीने की शुरुआत में 10 जुलाई को संयुक्त अरब अमीरात (UAI) सरकार द्वारा सूचित किए जाने के बाद विश्व स्वास्थ्य संगठन ने सोमवार (24 जुलाई) को एक बड़ी खबर दी है। संगठन ने अबू धाबी के अल ऐन शहर के 28 वर्षीय पुरुष में मिडिल ईस्ट श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस (MERS-CoV) के एक मामले की पुष्टि की है। दरअसल मरीज उल्टी, राइट फ्लेंक पेन और डिसुरिया (पेशाब करते समय दर्द) से परेशान था। इसी के चलते वो 3 से 7 जून के बीच कई बार एक प्राइवेट हॉस्टिपल में गया था। इसी के बाद शख्स को जांच में मिडिल ईस्ट श्वसन सिंड्रोम कोरोनावायरस से पीड़ित पाया गया है। 

13 जून तक शख्स की हालत गंभीर थी और उसे एक विशेष सरकारी अस्पताल में आईसीयू में रेफर किया गया, जहां उसे मैकेनिकल वेंटिलेशन पर रखा गया। बकरियों या भेड़ों के साथ कोई प्रत्यक्ष या अप्रत्यक्ष संपर्क नहीं होने के बावजूद, 23 जून को MERS-CoV के लिए व्यक्ति को पॉजिटिव पाया गया। इसी के तुरंत बाद यूएई के स्वास्थ्य अधिकारियों ने रोगी के संपर्क में आने की अंतिम तिथि से 14 दिनों पहले तक के लोगों की निगरानी की। सौभाग्य से, किसी में भी यह मामले नहीं पाया गया। इस मामले से पहले, आखिरी MERS-CoV संक्रमण नवंबर 2021 में यूएई में रिपोर्ट किया गया था। इस बीच, खाड़ी देश में पहला मामला जुलाई 2013 को रिपोर्ट किया गया था। तब से, 12 संबंधित मौतों के साथ 94 मामले दर्ज किए गए हैं।

MERS-CoV क्या है?

मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम (MERS) एक वायरल श्वसन डिजीज है, जो मिडिल ईस्ट रेस्पिरेटरी सिंड्रोम कोरोनावायरस (MERS‐CoV) के कारण होती है। MERS-CoV एक जूनोटिक वायरस (Zoonotic virus) है। इसका अर्थ यह इंसानों और जानवरों के बीच फैलता है। इसे ड्रोमेडरी ऊंटों में मानव संक्रमण से जोड़ा गया है। यह वायरस पहली बार साल 2012 में सऊदी अरब में डिटेक्ट हुआ था। मालूम हो कि कोरोना वायरस का काफी बड़ा समूह है, जिसके अंतर्गत आने वाले वायरस सामान्य सर्दी-जुकाम से लेकर गंभीर तीव्र श्वसन सिंड्रोम (SARS) और कोविड-19 तक की बीमारियों का कारण बन सकते हैं।

MERS-CoV के लक्षण क्या हैं?

  • MERS से संक्रमित मरीजों के शरीर में लगातार बुखार आता है।
  • बुखार के साथ-साथ खांसी और सांस लेने में परेशानी के लक्षण दिखते हैं।
  • MERS से संक्रमित व्यक्ति में निमोनिया के लक्षण आम है।
  • पीड़ित मरीजों में दस्त सहित अन्य गैस्ट्रोइंटेस्टाइनल लक्षण भी दिख सकते हैं।

MERS-CoV का इलाज कैसे किया जाता है?

इस वायरस के लिए कोई विशिष्ट उपचार उपलब्ध नहीं है। SARS के विपरीत, जिस पर सक्रिय रूप से शोध किया गया है और mRNA-आधारित सहित कई टीके हैं। MERS-CoV के पास कोई टीका नहीं है। अधिकांश समय, उपचार रोगी की चिकित्सीय स्थिति के आधार पर ट्रीटमेंट किया जाता है।

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