Health Tips: वायरल इंफेक्शन और कफ पर नहीं हो रहा दवाओं का असर? जानें कारण और दूर करने के उपाय
हेल्थ डेस्क. पिछले कुछ वक्त से वायरल इंफेक्शन की संख्या में बढ़ोतरी हुई है। लेकिन सबसे ज्यादा जो चिंताजनक है लंबी खांसी जो 4-6 हफ्तों तक रहती है। इतना ही नहीं दवाएं भी इनपर काम भी नहीं करती। डॉक्टर इसे लेकर सावधानी बरतने की सलाह देते हैं।
हेल्थ एक्सपर्ट की मानें तो लंबे समय तक खांसी के मामलों में पिछले 3-4 महीनों में इजाफा देखा गया है। इस खांसी पर दवाओं का कोई असर नहीं हो रहा है। वायरल इंफेक्शन की संख्या में भी वृद्धि हुई है। इसके लिए हवा की गुणवत्ता, प्रदूषण , डीजल की निकासी, रात और दिन में अत्यधिक तापमान, निर्माण कार्य और वायरस जिम्मेदार है।
इम्यून सिस्टम हो रहा कमजोर
डॉक्टर की मानें तो लगातार प्रदूषित हवा में हम सांस ले रहे हैं। इससे हमारा इम्यून सिस्टम कमजोर हो जाता है। जिसकी वजह से संक्रमण का खतरा अधिक होता जा रहा है।
एपिथेलियम पर होता है असर
प्रदूषण के लगातार संपर्क में रहने से कुछ लोगों के वायुमार्ग में चिड़चिड़ाहट उत्पन्न हो जाती है, जिसकी वजह से ट्रीटमेंट में देरी होती है। इसे पोस्ट वायरल खांसी के रूप में जाना जाता है, जो वायरल इंफेक्शन के खत्म होने के बाद भी हफ्तों तक रहता है। वायरस हमारे वायुमार्ग के एपिथेलियम को प्रभावित करता है और एपिथेलियम को वापस बढ़ने में कुछ सप्ताह लगते हैं। इसलिए जहरीली या जलन पैदा करने वाली गैसों (प्रदूषित हवा में मौजूद) के संपर्क में आने तक खांसी, घरघराहट या सांस फूलने की प्रक्रिया में जलन और बाधा उत्पन्न हो सकती है। अस्थमा के मरीज में यह ज्यादा देखने को मिलती है।
बचने के क्या है उपाय -जितना हो सके घर से बाहर निकले से बचे, खासकर उन दिनों जब सबसे ज्यादा प्रदूषण हो। -बाहर निकलते वक्त N-95 मास्क जरूर पहनें। -प्रदूषण में बाहर एक्सरसाइज करने से बचें। -दोपहर या शाम को बाहर निकलने का अच्छा वक्त होता है। तब हवा में प्रदूषण कम होता है। -डॉक्टर के बताए गए दवाओं को नियमित लें।
घरेलू उपचार- -गुनगुने पानी में शहद का सेवन रें। -अदरक की एक गांठ को कूटकर एक चुटकी नमक मिलाकर दाढ़ के नीचे दबाए। इससे सूखी खासी में आराम मिलता है। -तुलसी का चाय बनाकर सेवन करें। - शहद में एक चुटकी नमक और नींबू का रस मिलाकर सेवन करने से भी लाभ मिलता है। - दिन में कम से कम तीन बार नमक के पानी से गरारे जरूर करने चाहिए. - नियमित रूप से भाप लें। जुकाम में भाप से बंद नाक खुल जाती है। गले में जलन से भी राहत मिलती है।