विटामिन डी की कमी और कैंसर के बीच क्या कोई संबंध है ? ये सवाल अक्सर मेडीकल साइंस की दुनिया में पूछा जाता है। नए निष्कर्ष विटामिन डी के लेवल और कैंसर के खतरे के बीच एक कनेक्शन जोड़ते हैं।
हेल्थ डेस्क । Vitamin D की कमी से कैंसर हो सकता है ? इसके बारे में कोई सीधी वजह तो नहीं है, लेकिन माना जाता है कि विटामिन डी की कमी कुछ प्रकार के कैंसर की शुरुआत और विकास में भूमिका निभाती है ।
विटामिन डी की कमी और कैंसर के बीच क्या कोई संबंध है ? ये सवाल अक्सर मेडीकल साइंस की दुनिया में पूछा जाता है। नए निष्कर्ष विटामिन डी के लेवल और कैंसर के खतरे के बीच एक कनेक्शन जोड़ते हैं। हालांकि इसको लेकर कोई प्रत्यक्ष वजह नहीं है, लेकिन इस जरुरी पोषक तत्व की कमी कई तरह कैंसर को डेव्लप करने में सहायक होता है।
क्या कहती है रिसर्च
शोध विटामिन डी की कमी और उन्नत कैंसर चरणों के साथ-साथ कैंसर के इलाज की कम दर के बीच रिसर्च एक अहम रिलेशन के बारे में बताता है। खास तौर पर स्तन कैंसर और कुछ रक्त, एसोफेजियल और गैस्ट्रिक कैंसर में उल्लेखनीय है।
अंतर्निहित तंत्र ( underlying mechanism ) में विटामिन डी रिसेप्टर के जरिए से विटामिन डी की प्रोसेस शामिल होती है, जो न केवल कैल्शियम के स्तर और हेमोस्टेसिस को बनाए रखने में अहम रोल प्ले करता है। इससे कोशिका प्रसार, मेटास्टेसिस और एंजियोजेनेसिस को कम करने पर भी असर डालता है।
विटामिन डी कैंसर को रोकने में होता है सहायक ?
डॉ. मनदीप सिंह मल्होत्रा, निदेशक- सर्जिकल ऑन्कोलॉजी, सीके बिड़ला, अस्पताल (आर), दिल्ली के मुताबिक विटामिन डी कैंसर कोशिकाओं के तेजी से विभाजन को रोकने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाता है, जिससे उसकी वृद्धि कम हो जाती है। इसके अलावा, यह मेटास्टेसिस (the spread of cancer) और एंजियोजेनेसिस (the formation of new blood vessels) को कम करता है । इस सभी में इम्यून रिएक्शन को बढ़ाना भी शामिल है, जो कैंसर से लड़ने की शरीर की कैपेसिटी को बढ़ाता है। इसके अलावा, विटामिन डी कोशिका मृत्यु की दर को बढ़ाता है और कैंसर से संबंधित लक्षणों जैसे सूजन, लालिमा, बुखार, वजन कम होना और भूख न लगना को कम करता है। इसलिए, इन सेफ्टी वर्क के लिए विटामिन डी का लेवल बनाए रखना अहम हो जाता है।
बॉडी में विटामिन डी के कार्य
विटामिन डी के लिए कई तरह के कार्य हैं। इनमें से सबसे अहम रोल संभवतः कैल्शियम और फास्फोरस अवशोषण को कंट्रोल करता हैं । ये स्वस्थ प्रतिरक्षा प्रणाली संचालन ( immune system operation ) का सपोर्ट करती हैं । हड्डियों और दांतों की सामान्य वृद्धि और विकास के साथ-साथ रोग प्रतिरोधक क्षमता बढ़ाने के लिए, पर्याप्त विटामिन डी प्राप्त करना जरुरी है। लेब्रोरेट्री रिसर्च के मुताबिक, विटामिन डी सूजन को कम कर सकता है, संक्रमण को कंट्रोल कर सकता है और कैंसर कोशिकाओं के विकास को धीमा कर सकता है।
कैंसर के खतरे को कम कर देता है विटामिन डी
विटामिन डी की कमी और कैंसर के बीच संबंध को जटिल बना देता है। इसपर रिसर्च जारी है, इस बात के कई प्रूफ हैं कि विटामिन डी के लेवल को बनाए रखना कैंसर के खतरे को कम करने और इस विनाशकारी बीमारी से प्रभावित लोगों के लिए परिणामों में सुधार करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभा सकता है।
विटामिन डी के सोर्स
कुछ खाद्य पदार्थों में नेचुरल रूप से विटामिन डी होता है, लेकिन फोर्टिफाइड दूध, फोर्टिफाइड अनाज और वसायुक्त मछली जैसे सैल्मन, मैकेरल और सार्डिन में विटामिन डी होता है। इसके अलावा, हमारी स्किन में एक अणु होता है जो सनलाइट के कॉन्टेक्ट में आने पर कैल्सीफेरॉल बन जाता है, जो विटामिन डी का एक एक्टिव रूप है।
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