हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्‍ट में क्‍या है अंतर? पक्का ये नहीं जानते होंगे आप

Published : Jun 08, 2023, 07:31 AM IST
heart attack vs cardiac arrest

सार

Heart Attack vs Cardiac Arrest Difference: हार्ट फेल होने के शुरुआती लक्षणों में सांस लेने में विजिबल परेशानी, थकान और पैरों में सूजन शामिल है। जानें कार्डियक अरेस्‍ट और हार्ट अटैक में अंतर।

हेल्थ डेस्क: मशहूर कार्डियोलॉजिस्ट डॉक्टर गौरव गांधी का निधन हो गया है। 41 साल के गौरव की अचानक मौत ने सबको हैरान कर दिया है। चौंकाने वाली बात ये है कि मौत की वजह कार्डियक अरेस्ट बताई गई है। डॉक्टर गांधी स्वस्थ थे और उनकी मौत से मेडिकल जगत हैरान है। रिपोर्ट्स के अनुसार डॉक्टर गांधी ने अपने मेडिकल करियर में 16,000 से ज्यादा हार्ट सर्जरी की थीं। मौत की वजह सबको चौंका रही है क्योंकि हाल में हार्ट अटैक से मौत की ऐसी बहुत सी घटनाएं हुई हैं। वैसे कई लोग हार्ट अटैक और कार्डियक अरेस्‍ट में क्‍या अंतर है ये नहीं जानते हैं?

कार्डियक अरेस्‍ट और हार्ट अटैक में अंतर

हार्ट फेल होने के शुरुआती लक्षणों में सांस लेने में विजिबल परेशानी, थकान और पैरों में सूजन शामिल है। एंजीना या हार्ट अटैक की सूरत में मरीज को चेस्‍ट में तेज दर्द उठता है। मूवमेंट पर शॉर्टनेस और ब्रेथ और आराम पर राहत भी एंजीना का लक्षण है। कार्डियक अरेस्‍ट और हार्ट अटैक में काफी अंतर होता है। जब हार्ट में खून नहीं पहुंचता तब हार्ट अटैक आता है लेकिन कार्डिएक अरेस्ट में हार्ट अचानक से ही काम करना बंद कर देता है। दरअसल जब आर्टिरीज में ब्लड फ्लो रुक जाता है या खत्म हो जाता है, तब ऑक्सीजन की कमी से हार्ट का हिस्सा डेड होने लगता है। दूसरी तरफ कार्डिएक अरेस्ट में दिल अचानक से धड़कना बंद कर देता है। इसकी वजह से कुछ भी हो सकता है।

हार्ट फेल होना किसे कहते हैं?

जब आर्टरीज में ब्लॉकेज हो और हार्ट मसल्स को सप्लाई कम जाए तो यही पूरी तरह ब्लॉकेज को हार्ट अटैक कहते हैं। जैसा कि हम जानते हैं आर्टरीज ब्लड सप्लाई करती हैं, हार्ट मसल्स पंपिंग को जारी रखते हैं और इलेक्ट्रिकल सर्किट से दिल धड़कता है। जब ये मांसपेशियां ठीक से काम नहीं करती तो खून आगे बढ़ने के बजाय कहीं फंस जाता है। ऐसा होने पर सांस फूलती है, थकान महसूस होती है और काम करना नामुमकिन हो जाता है। इसे ही हार्ट फेल होना कहते हैं। दिल के करेंट ठीक से काम नहीं कर रहे हों तो उन्हें पैलपिलेशंस माना जाता है। अगर ये करेंट अचानक से बढ़ जाए तो दिल काफी तेजी से कांपने लगता है, मरीज गिर सकता है - उसे सडेन कार्डियक अरेस्ट कहते हैं।

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