पीरियड्स में बाल धोने से मना करना धार्मिक नहीं बल्कि वैज्ञानिक कारण से है जुड़ा, जानें किस तरह बॉडी के लिए है खतरनाक
मां, दादी-नानी सभी ने आपको मना किया होगा कि पीरियड्स में बाल नहीं धोना चाहिए। सुनकर गुस्सा आता होगा और लगता होगा कि ये किसी मान्यता को जोड़कर कहा जा रहा है। लेकिन पीरियड्स के दौरान वाकई बाल नहीं धोना चाहिए। वैज्ञानिक कारण इसके पीछे छुपा है।
पीरियड्स के दौरान बाल नहीं धोने का रिजन कोई धार्मिक नहीं बल्कि हेल्थ से जुड़ा होता है। बहुत ही कम लड़कियां इस बात को जानती हैं। जिसकी वजह से वो इन बातों को नकारते हुए हर दूसरे दिन अपने बालों में शैंपू कर लेती हैं। लेकिन इससे वो अपने हेल्थ को नुकसान पहुंचा रही होती हैं। आइए जानते हैं, क्योंकि पीरियड्स में बाल नहीं धोना चाहिए।
पीरियड्स में शरीर का तापमान होना चाहिए गर्म
पीरियड्स में तीन दिन बाल धोने की मनाही होती है। दरअसल, माहवारी के दौरान शरीर का गर्म होना जरूरी होता है। ताकि ब्लड का फ्लो सही रहें। किसी को तीन दिन पीरियड्स होते हैं, तो किसी को पांच दिन या फिर किसी को सातों दिन ब्लीडिंग होती है। अगर ऐसे में बाल महिलाएं धोती हैं तो शरीर का तापमान कम हो जाता है। जिसकी वजह से कम दिन में ही पीरियड्स यानी ब्लीडिंग खत्म हो जाती है। वो अपने सर्किल को पूरा नहीं कर पाती है।
गर्भाशय में बन सकती है गांठ
ब्लीडिंग बीच में रुक जाने से खून थक्के गांठों की शक्ल ले लेते हैं।कई बार दवा से ये गांठें बाहर नहीं निकल पाती है। इसके लिए सर्जरी से गुजरना होता है। दूसरा पेट में दर्द और इंफेक्शन की समस्या दिखने लगती हैं।
तीन दिन बाद बाल को धोएं
पीरियड्स में अगर जरूरी नहीं हो तो फिर इसके खत्म होने पर बाल धोएं। नहीं तो तीन दिन बाद गुनगुने पानी से हेयर वॉश करें। इससे पेट दर्द में राहत मिलने के साथ-साथ शरीर का तापमान भी गर्म रहेगा।
बालों को धोने का सही तरीका
हमारी दादी-नानी यहां तक की मां को भी आपने देखा होगा कि वो बाल को आगे लटकार धोती हैं। जबकि आज के दौर में लोग पीछे की तरह बाल करके धोते हैं। लेकिन डॉक्टर की मानें तो सही तरीका बालों को आगे की तरफ लटकर दोना है। इससे बालों का झड़ना तो कम होता ही है, शरीर में ब्लड फ्लो भी सही रहता है। इससे ब्रेन में ऑक्सीजन फ्लो भी बढ़ता है।
स्ट्रेस, माइग्रेन समेत कई दर्द होते हैं दूर
सिर को आगे की तरफ झुकाकर बाल को धोने से ब्लड सर्कुलेशन ठीक रहता है। जिसकी वजह से मेंटल हेल्थ ठीक रहता है। स्ट्रेस, माइग्रेन समेत गर्दन का दर्द भी ठीक हो जाता है। इसलिए हर दूसरे दिन कम से कम 4 मिनट सिर को आगे लटाकर बैठना चाहिए।