
हर साल 3 जून को World Bicycle Day मनाया जाता है। यह दिन साइकल चलाने के फायदे , फिटनेस को बढ़ावा और पर्यावरण संरक्षण को बढ़ावा देने के लिए मानाया जाता है। World Bicycle Day 2025 के अवसर पर यह जानना ज़रूरी है कि जहां साइकिल चलाना सेहत के लिए बहुत फायदेमंद है, वहीं कुछ लोग ऐसे भी हैं जिन्हें यह नुकसान पहुंचा सकती है। फायदे के बारे में तो सभी को पता है, लेकिन क्या आपको यह पता है कि साइकल किन लोगों को नहीं चालाना चाहिए और यह कैसे नुकसान पहुंचा सकती है।
कमर या रीढ़ की हड्डी की समस्या वाले लोग
साइकिल चलाते समय पीठ झुकी रहती है, जिससे स्पाइन की समस्या और बढ़ सकती है।
घुटनों के दर्द से परेशान लोग
पेडल मारने से घुटनों पर दबाव पड़ता है, जिससे उनकी स्थिति और खराब हो सकती है।
हार्ट के गंभीर मरीज
अधिक exertion से दिल की धड़कन तेज हो सकती है, जो खतरनाक हो सकता है।
हाल ही में सर्जरी करवाने वाले
शरीर पूरी तरह से ठीक न हो तो साइकिलिंग रिकवरी में बाधा बन सकती है।
बुजुर्ग जिनका संतुलन बिगड़ता है
गिरने का खतरा रहता है, जिससे फ्रैक्चर हो सकता है।
हर्निया या पाइल्स के मरीज
लंबे समय तक बैठने और पेडलिंग से दवाब बढ़ता है, जिससे स्थिति बिगड़ सकती है।
गलत पोस्चर में साइकिलिंग
पीठ, गर्दन और कंधों में खिंचाव आता है।
बहुत ज्यादा दूरी या समय तक साइकिल चलाना
इससे थकान, जोड़ोंं में दर्द या हाइड्रेशन की कमी हो सकती है।
अनफिट या बहुत छोटी/बड़ी साइकिल का इस्तेमाल
शरीर के अलग-अलग हिस्सों पर अनावश्यक दबाव डालती है।
तेज धूप या गर्मी में साइकिल चलाना
डिहाइड्रेशन, हीट स्ट्रोक और चक्कर आने का खतरा होता है।
फास्टिंग या खाली पेट साइकिल चलाना
कमजोरी और ब्लड प्रेशर डाउन होने की संभावना रहती है।