
jasmine plant care tips at home: चमेली के फूल किसे पसंद नहीं होते? खुशबू और रंग, दोनों में ही ये बेमिसाल हैं। बालकनी हो या खिड़की, अच्छी देखभाल से ये पौधे खूब फलते-फूलते हैं। घर में चमेली के पौधा उगाते हैं लेकिन वो खराब हो जाता है तो कहीं ये आप ये गलतियां तो नहीं कर रहे हैं। दरअसल, आज हम आपको गमले में पौधा लगाने के टिप्स और पौधों के रख-रखाव के जुड़े तरीके बताएंगे। जिसे अपनाकर आप चमेली के पौधे को हरा-भरा रख सकते हैं।
हर तरह की चमेली गमले में नहीं लगती है। ऐसे में मोगरा (खुशबूदार), जैस्मिनम पॉलीएंथम (तेजी से बढ़ने वाला) और अरेबियन जैस्मिन (गर्म मौसम के लिए) गमलों के लिए बेहतर हैं। अपनी जरूरत के हिसाब से चुनें।
14 इंच गहरा, अच्छी जल निकासी वाला गमला चुनें। जड़ों में पानी जमा नहीं होना चाहिए, इसलिए पानी निकलने का रास्ता जरूरी है। गमले में कंकड़ डालने से पानी जमा होने से बचाव होता है।
चमेली को हल्की अम्लीय और उपजाऊ मिट्टी पसंद है। बगीचे की मिट्टी, कम्पोस्ट या जैविक खाद, रेत या पेर्लाइट मिलाकर अच्छी जल निकासी वाली मिट्टी तैयार करें।
चमेली के पौधे को अच्छी धूप चाहिए। गमले को ऐसी जगह रखें जहाँ रोजाना कम से कम 6 घंटे धूप मिले।
बढ़ते और फूलते समय पानी देना जरूरी है। मिट्टी में नमी बनी रहनी चाहिए, लेकिन ज्यादा पानी देने से बचें, इससे पौधा खराब हो सकता है।
सूखे या खराब पत्तों को काटते रहें। इससे नए पत्ते आते हैं।
बढ़ते समय, महीने में एक बार फॉस्फोरस और पोटेशियम युक्त तरल खाद दें। सिर्फ पत्तों की बढ़त के लिए नाइट्रोजन वाली खाद से बचें। कुछ दिनों बाद देखेंगे चमेली का पौधा बड़ा हो जाएगा।