International Men's Day 2023: मेन्स डे कब मनाते हैं? जानें इस साल की थीम और महत्व

International Men's Day 2023: अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाए जाने की कल्पना साल 1991 में की गई थी। इस दिन समाज, परिवार, विवाह और बच्चों की देखभाल में पुरुषों की उपलब्धियों व सहयोग पर चर्चा की जाती है और उन्हें स्पेशल फील कराया जाता है।

Shivangi Chauhan | Published : Nov 18, 2023 1:53 PM IST

दुनिया भर में पुरुषों के प्रति सम्मान व प्यार जाहिर करने के लिए हर साल 19 नवंबर को अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस यानी इंटरनेशनल मेन्स डे (International Men's Day) सेलिब्रेट किया जाता है। यह समाज, परिवारों और समुदायों में पुरुषों के योगदान का सम्मान करने वाला एक वैश्विक उत्सव है। अब देश, विवाह, परिवार और बच्चों की देखभाल जैसे विभिन्न पहलुओं में पुरुषों की उपलब्धियों को पहचानने का समय आ गया है। यह दिन पुरुषों के सकारात्मक प्रभाव पर जोर देता है और सहानुभूति व समझदारी को बढ़ावा देने वाले सामाजिक परिवर्तनों का आग्रह करता है।

इंटरनेशनल मेन्स डे 2023 की थीम क्या है?

अंतरराष्ट्रीय पुरुष दिवस मनाए जाने की कल्पना साल 1991 में की गई थी। इस दिन समाज, परिवार, विवाह और बच्चों की देखभाल में पुरुषों की उपलब्धियों व सहयोग पर चर्चा की जाती है और उन्हें स्पेशल फील कराया जाता है। इस वर्ष की थीम ‘शून्य पुरुष आत्महत्या’ है। पुरुषों के मानसिक स्वास्थ्य का समर्थन करने के महत्व पर प्रकाश डालती है। नवंबर पुरुषों की भेद्यता के लिए एक सुरक्षित स्थान को बढ़ावा देने के लिए एक महत्वपूर्ण महीने के रूप में कार्य करता है।

अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस का इतिहास

इसका इतिहास डॉ. जेरोम टीलुकसिंघ से जुड़ा है। जिन्होंने 1999 में अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस की शुरुआत करके अपने पिता का जन्मदिन मनाया था। हालांकि, थॉमस ओस्टर ने 1992 में इसकी कल्पना की थी। डॉ. टीलकसिंघ ने पुरुषों और लड़कों को प्रभावित करने वाले वैश्विक मुद्दों के समाधान के लिए इसे पुनर्जीवित किया था।

इंटरनेशनल मेन्स डे का महत्व

यह दिन मानसिक स्वास्थ्य, लैंगिक समानता और सकारात्मक पुरुष रोल मॉडल को बढ़ावा देने के साथ-साथ पुरुषों के योगदान का जश्न मनाने के लिए एक मंच का प्रतीक है। यह रूढ़ियों और सामाजिक अपेक्षाओं जैसी चुनौतियों के बारे में बातचीत को प्रोत्साहित करता है, उनकी भलाई को बढ़ाने वाली सहायता प्रणालियों की वकालत करता है। अंततः अंतर्राष्ट्रीय पुरुष दिवस का लक्ष्य एक अधिक समावेशी और सहानुभूतिपूर्ण दुनिया है।

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