
ट्रैवल डेस्क। 13 जनवरी से प्रयागराज में लगा महाकुंभ मेले में आस्था का सैलाब उमड़ रहा है। श्रद्धालुओं का सैलाब मां गंगा के दर्शन करने के लिए आतुर है। भीड़ इतनी बढ़ गई है, लोगों को 10-20 किलोमीटर तक पैदल चलना पड़ रहा है। भारतीयों के अलावा मेले में विदेशी टूरिस्ट भी नजर आ रहे हैं। इस मेले पर देश ही नहीं दुनियाभर की नजरें है क्योंकि ऐसा पहली बार है। जब इतने बड़े स्तर किसी कार्यक्रम का आयोजन किया जा रहा है। उम्मीद है, लगभग 45 करोड़ लोग गंगा में डुबकी लगाएंगे। महाकुंभ घूमने के लिए आप भी प्लान रहे हैं तो जरा संभलकर। दरअसल, यहां मौजूद ज्यादातर होटल फुल हैं और कड़कड़ाती ठंड के बीच रात काफी मुश्किल है तो हम आपको बताएंगे। एक दिन अंदर आप कैसे प्रयागराज कैसे एक्सप्लोर कर सकते हैं।
प्रयागराज एक दिन में घूमा जा सकता है। इसके लिए जितना हो सके लगेज उतना कम रखें नहीं तो परेशानी का सामना करना पड़ सकता है। गंगा घाट तक जाने के लिए वाहनों पर रोक है। इसलिए आपको पैदल ही जाना होगा।
ये भी पढ़ें- कुंभ मेले में लगता था 1 रु. का टैक्स, जानिए ब्रिटिश राज में इसकी कीमत
प्रयागराज जाने के लिए सोलो ट्रैवल से बचे। साथ में एक दोस्त रखें। इसे यात्रा भी अच्छी होगा और सामान की भी टेंशन नहीं होगी। कोशिश करें महाकुंभ मेला देखने के लिए सुबह जाये। ताकि एक दिन में आप सभी जगह घूम सकें।
इस वक्त प्रयागराज में होटल भरे हैं। ऐसे में सड़क पर राज गुजारनी पड़ सकती है। इसलिए साथ में कंबल और गरम कपड़े जरूर रखें। इससे इतर होटल चाहिए तो मेले से दूर होटल मिल सकते हैं हालांकि यहां से मेला तक पहुंचने में थोड़ा वक्त लग सकता है।
ये भी पढ़ें-सिर्फ त्रिवेणी संगम नहीं, प्रयागराज में इन जगहों पर भी स्नान का अद्भुत महत्व!
प्रयागराज आए हैं तो मेला घूमने की शुरुआत त्रिवेणी संगम से करें। इसके बाद यहीं पर बोटिंग का मजा उठा सकते हैं। फैमिली के साथ जा रहे हैं तो बहुत ज्यादा रोमांचक होगा। कहते हैं महाकुंभ स्नान तबतक अधूरा माना जाता है, जबतक लेटे वाले हनुमान जी के दर्शन न किये। दर्शन के बाद नैनी ब्रिज और आसपास लगी जगह घूम सकते हैं। यहां पर सरकार द्वारा कई तरह के खास इंतजाम किये गए हैं।
एक दिन में महाकुंभ मेला घूमा जा सकता है। इसके लिए आपको जेब में 5-7 हजार रुपए रखने होंगे। जिसमे ट्रांसपोर्ट और खाना स्टे तीनों शामिल है। हालांकि अगर आप कुछ लग्जरी एक्सपीरियंस करना चाहते हैं तो ये बजट ज्यादा भी हो सकता है।
ये भी पढ़ें- महाकुंभ 2025: प्रयागराज में आस्था का सैलाब, देखें शाम के 7 खास नजारे