
उत्तराखंड में भूस्खलन और मानसून का कहर जारी है। इसकी वजह से पहाड़ी राज्य में कई इलाके बुरी तरह से प्रभावित हुए हैं। भूस्खलन और भारी बारिश के कारण राज्य के कई इलाकों में पर्यटकों का घूमना जोखिम भरा हो गया है। हाल ही में चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र में एक मकान ढहने से एक व्यक्ति की मौत हो गई है। जी हां, जोशीमठ में मकान ढहने से 1 की मौत हुई है ये हादसा मंगलवार को चमोली जिले के जोशीमठ क्षेत्र के अंतर्गत हेलंग में हुआ। राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) ने मलबे में फंसे लोगों को बचाने के लिए राहत और बचाव कार्य चलाया था। एसडीआरएफ ने कहा कि कुल तीन लोगों को तुरंत बचाया गया और अस्पताल ले जाया गया, जबकि एक की मौके पर ही मौत हो गई।
52 लोगों को बचाया गया
एसडीआरएफ ने बताया कि ग्राम गौंडार में मद्महेश्वर घाटी में फंसे कुल 52 लोगों को रस्सी नदी पार विधि का उपयोग करके एसडीआरएफ द्वारा बचाया गया और सुरक्षित स्थान पर पहुंचाया गया।
बद्रीनाथ हाईवे पर भूस्खलन
क्षेत्र में भारी बारिश के कारण बद्रीनाथ राजमार्ग पर पीपलकोटी के पास भनेरपानी में भूस्खलन हुआ। क्षेत्र में भारी बारिश के कारण सड़क का 50 मीटर हिस्सा बह जाने से राजमार्ग अवरुद्ध हो गया। चमोली पुलिस ने बद्रीनाथ जाने वाले वाहनों से पीपलकोटी में ही रुकने की अपील की है।
चारधाम यात्रा अगले 48 घंटों के लिए रुकी
भूस्खलन के कारण बद्रीनाथ, केदारनाथ और गंगोत्री तीर्थस्थलों की ओर जाने वाली कई सड़कें क्षतिग्रस्त हो गई हैं। जिसके चलते प्रशासन ने चारधाम यात्रा को अगले 48 घंटों के लिए रोकने का फैसला लिया है। उत्तराखंड मौसम अपडेट भारत मौसम विज्ञान विभाग के अनुसार, उत्तराखंड में अगले पांच दिनों तक अलग-अलग स्थानों पर भारी बारिश होने की संभावना है।
राज्य में मानसून के प्रकोप पर क्या बोले सीएम धामी
क्षेत्र में लगातार बारिश के कारण पिछले 48 घंटों में कई जगहों पर नुकसान हुआ है। सड़कें बह गई हैं, पुल क्षतिग्रस्त हो गए हैं। केदारनाथ यात्रा अगले 2 दिनों के लिए रोक दी गई है। उत्तराखंड के मुख्यमंत्री पुष्कर सिंह धामी ने सोमवार को कहा कि गंगा नदी में जल स्तर भी बढ़ रहा है, इसे ध्यान में रखते हुए खोज और बचाव टीमों को तैयार रखा गया है।
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