
Chanakya Niti on Human Nature:वो मुझे अच्छा लगता है, लेकिन वो कभी भी मेरी तरफ देखता ही नहीं हैं...ऐसी बातें अक्सर आपने अपने दोस्त, फैमिली में सुनी होंगी। अक्सर हम उनकी तरफ खिंचते हैं जो हमें इग्नोर करते हैं। हम उनका पीछा करते हैं और उलझन में रहते हैं। यह सिर्फ हमारी गलती नहीं है, बल्कि एक आदत बन चुकी है। चाणक्य जो भारत के सबसे बड़े विद्वान में एक जाने जाते हैं उन्होंने राजनीति, युद्ध के साथ-साथ इंसानी स्वभाव को भी गहराई से समझा था। उन्होंने इस भवानात्मक बहाव के बारे में बताया है। आइए जानते हैं उन्होंने इस आदत के बारे में क्या कुछ कहा है।
क्या आपने कभी पानी को मुट्ठी में पकड़ने की कोशिश की है? जितना जोर से पकड़ते हैं, उतना ही जल्दी वह बह जाता है। यही हाल तब होता है जब हम किसी ऐसे व्यक्ति के पीछे भागते हैं जो इमोशनल रूप से मौजूद नहीं होता है। वे कभी पास लगते हैं तो कभी बहुत ही दूर। जब हमें उनकी जरूरत होती है तब वे गायब हो जाते हैं। बावजूद इसके हम उम्मीद नहीं छोड़ते हैं, हमें यह लगता है कि हम उन्हें बदल सकते हैं।
चाणक्य ने कहा था, "जो व्यक्ति कांटों से शहद निकालने की कोशिश करता है, वह सबसे बड़ा मूर्ख होता है।" हम भी यह करते हैं। हम अनिश्चितता को रोमांच समझ लेते हैं, और दूरी को प्यार। जब कोई हमें नजरअंदाज करता है, तो हमें लगता है कि हमें और ज्यादा मेहनत करनी चाहिए। लेकिन सच्चा प्यार ऐसा नहीं होता। प्यार स्ट्रगल नहीं होता है, यह सिंपल होता है।
3. उन्हें बदलने की कोशिश करने का भ्रम (The Illusion of Being The One Who Changes Them)
हममें से कई लोग सोचते हैं कि हम खास हैं, और शायद हम ही वह इंसान होंगे जो उन्हें बदल सकते हैं। लेकिन आचार्य चाणक्य के अनुसार, लोग तभी बदलते हैं जब वे खुद बदलना चाहते हैं। अगर कोई व्यक्ति भावनात्मक रूप से तैयार नहीं है, तो हमारी कोशिशें उसे बदल नहीं सकतीं।
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अगर आपको बचपन से सिखाया गया है कि प्यार पाने के लिए कुछ साबित करना पड़ता है, तो आप अनजाने में उन लोगों की तरफ आकर्षित होते हैं जो आपको अपनाने के लिए तैयार नहीं होते। चाणक्य ने कहा है कि आत्म-सम्मान बाहरी चीजों पर निर्भर नहीं होना चाहिए। सच्चा प्यार सौदा नहीं होता, यह स्वाभाविक रूप से मिलता है।
अगर कोई इंसान आपको बार-बार उलझन में डाल रहा है, तो यह प्यार नहीं, बल्कि भ्रम है। चाणक्य ने कहा था कि “अस्थिरता बुद्धि की दुश्मन होती है।” अगर आपका रिश्ता हमेशा सवालों से भरा है, तो खुद से पूछें, क्या आप प्यार में हैं, या सिर्फ इस अस्थिरता के आदी हो गए हैं?
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अब इस आदत को कैसे बदलें? (How to Stop Falling for the Mirage
सबसे पहले ये सोचें कि अगर वो आपको आसानी से मिलते तो क्या तब भी आप उन्हें चाहते? आप उन्हें सिर्फ इसलिए चाहते हैं क्योंकि वो आपकी पहुंच के बाहर हैं। दूसरी बात अगर वो कभी आपके पास आता है और कभी चला जाता है तो यह मान लें कि जिसके साथ आप रिश्ता जी रहे हैं वो सही नहीं हैं। सच्चा प्यार आपको कभी यह सोचने पर मजबूर नहीं करेगा कि आप उनके लिए मायने रखते हैं या नहीं। चाणक्य भी यही कहते, जो लोग आपको सच में चाहते हैं, वे आपको अपने होने का एहसास दिलाएंगे ना कि आपको उनके पीछे भागने पर मजबूर करेंगे।